नई दिल्ली। नॉर्थ कोरिया का सनकी तानाशाह किम जोंग उन से अब सारी दुनिया को केवल परमाणु हमले का ही खतरा नहीं है बल्कि वो बायलॉजिकल वेपंज भी विकसित कर रहा है। यदि उसने ऐसा कर लिया तो वो दुनिया के किसी भी देश में किसी भी प्रकार की महामारी फैलाने में सक्षम हो जाएगा जो बिना हथियार उठाए ही हजारों लोगों की मौत का कारण बन जाएगा। एक नई रिपोर्ट में इस बात को लेकर आगाह किया गया है। बता दें कि चीन ने उत्तर कोरिया की रक्षा करने का बीड़ा उठाया है।
अमेरिकी थिंकटैंक बेल्फर सेंटर द्वारा की गई स्टडी में कहा गया है कि संभव है कि प्योंगयांग अपना जैविक हथियार बना रहा हो। नॉर्थ कोरिया के परमाणु हथियारों को लेकर पूरी दुनिया चिंतित है। इस रिपोर्ट से खतरा और भी बढ़ सकता है। नॉर्थ कोरिया की हथियारों से जुड़ी टीम में काम कर चुके लोगों के बयानों के आधार पर कहा गया है कि यह काम 1960 के दशक में ही शुरू हो गया था। कोरिया युद्ध के बाद 1950 और 1953 के बीच हजारों लोगों की मौत हैजा, टाइफस, टाइफाइड और चेचक के प्रकोप से हो गई थी। उस समय नॉर्थ कोरिया की सरकार ने इसके लिए अमेरिका के जैविक हथियारों को जिम्मेदार ठहराया था।
मलयेशिया में फरवरी में घातक नर्व एजेंट VX से किम जोंग-उन के भाई किम जोंग-नाम की हत्या के बाद इसको लेकर आशंका बढ़ी थी। दरअसल माना यह जा रहा है कि यह घातक नर्व एजेंट प्योंगयांग के ही बायो-टेक्निकल इंस्टिट्यूट से आया था। यहां का रिसर्च सेंटर भी नॉर्थ कोरिया की सेना ही चलाती है। वहां अक्सर तानाशाह किम भी आता रहा है। 2015 में किम के रिसर्च सेंटर का दौरा करने की तस्वीर भी सामने आई थी।