गुजरात चुनाव के चलते पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने कांग्रेस के साथ तोलमोल शुरू कर दिया है। भाजपा विरोधी हार्दिक पटेल के पास कांग्रेस के अलावा कोई दूसरा रास्ता भी नहीं है फिर भी वो अपनी शर्तों के साथ कांग्रेस को समर्थन देने के लिए राजी हुए हैं। उन्होंने सरकारी नौकरी और शैक्षणिक संस्थानों में पाटीदारों के लिए आरक्षण के आश्वासन सहित विभिन्न मांगों की शर्त रखी है। कांग्रेस पार्टी में सूत्रों ने बताया कि पटेल ने पाटीदार बहुल निर्वाचन क्षेत्रों में उनके उम्मीदवारों के लिए अधिकतम टिकटों की मांग की है।
गुजरात के लिए कांग्रेस के प्रभारी अशोक गहलोत के साथ अपनी वार्ता के दौरान पाटीदार अनामत आंदोलन के 24 वर्षीय नेता ने कल राजनीतिक रूप से असरदार पटेलों के लिए पार्टी के सांगठनिक ढांचे में बड़े प्रतिनिधित्व की मांग की थी। पटेलों को भाजपा का समर्थक माना जाता है।
सूत्रों ने बताया कि पटेल ने गुजरात में कांग्रेस के सांगठनिक ढांचे में पटेलों के प्रतिनिधित्व को कम बताया. पाटीदार समुदाय के नेता ने उनके लिए आरक्षण के प्रावधान को संवैधानिक सुरक्षा की पैरवी की ताकि न्यायिक समीक्षा रोकी जा सके .
गहलोत ने कल रात ट्वीट किया, ‘‘हार्दिक पटेल और उनके सहयोगियों के साथ अच्छी बैठक हुयी. ’’ विधानसभा या लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए पटेल योग्य नहीं है क्योंकि चुनाव लड़ने के लिए न्यूनतम उम्र 25 साल होनी चाहिए. उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा कि वह गहलोत से मिलने के लिए यहां एक होटल में गए थे और कांग्रेस पार्टी के समक्ष अपनी मांगे रखीं.
पिछड़े वर्ग के नेता और गुजरात क्षत्रिय ठाकोर सेना के संयोजक अल्पेश ठाकोर कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में कल पार्टी में शामिल हुए.