भोपाल। प्रदेश सरकार ने बाल सरंक्षण आयोग की सदस्य डॉ. रजनी भंडारी को पद से हटा दिया। वजह बताई 60 साल के क्राइटेरिया से ज्यादा उम्र। सरकार द्वारा उन्हें इस तरह पद से हटाने के बाद नियुक्ति प्रक्रिया पर ही सवाल खड़े हो गए हैं, क्योंकि जब उनकी नियुक्ति सदस्य के तौर पर हुई थी तब वे 62 साल की थीं। डॉ. रजनी भंडारी बोलीं- इसमें मेरी क्या गलती है? मैंने चेयरमैन पद के लिए आवेदन किया था, लेकिन सदस्य बना दिया। ये गलती सरकार और अफसरों की है। राजनीतिक लाभ के हिसाब से चेयरमैन की नियुक्ति होती है।
मैंने सहीं उम्र बताई थी... पुलिस वेरिफिकेशन हुआ था
रजनी ने बताया कि मुझे वॉट्सअप पर पद से हटाने के बारे में पता चला है। वजह, उम्र के क्राइटेरिया को बताया गया है। उम्र छिपाने के आरोप पर उन्होंने कहा मैंने आधार कार्ड-मार्कशीट सहित सभी दस्तावेजों में उम्र बताई थी। पुलिस वेरिफिकेशन हुआ था। सभी मैं उम्र सही है। मैंने तो आवेदन 24 मार्च 2015 को चेयरमैन पद के लिए दिया था। ये पद 65 साल वाला है। मुझे दो माह पहले सदस्य बना दिया। मुझे ये क्राइटेरिया नहीं पता था।
ऐसी सारी नियुक्तियां ही राजनीतिक होती हैं। मुझे काम के दम पर सदस्य बनाया था। अब तकनीकी गलती मानकर हटाया है। इसे मैं स्वीकार करती हूं। मैं दो महीने से काम कर रही थी। इंदौर, जबलपुर और उज्जैन में कई हॉस्टल और बाल सरंक्षण गृह के दौरे किए। इनकी रिपोर्ट बनाई ताकि सुधार हो। हटाने पर क्या कहूं।