नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ में पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार और मीडिया को दबाने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। खबर आ रही है कि संडे 29 अक्टूबर 17 को पुलिस ने 2 महिला पत्रकारों को पीटा। पुरुष पुलिस अधिकारी ने लात मारी और आपत्तिजनक ढंग से धक्का दिया। महिला पत्रकार सीडी कांड में गिरफ्तार हुए विनोद वर्मा की कोर्ट पेशी के दौरान कवरेज कर रहीं थीं। इस घटना के बाद वहां मौजूद मीडियाकर्मी आक्रोशित हो गए। पुलिस पर गुंडागर्दी का आरोप लगाते हुए नारेबाजी करने लगे। एसपी संजीव शुक्ला, एसपी क्राइम अजातशत्रु सिंह ने लिखित शिकायत के आधार पर जिला प्रशासन के अधिकारी से जांच करवाकर कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद पत्रकार शांत हुए।
बदसलूकी की शिकार दो महिला पत्रकारों का आरोप है कि क्राइम ब्रांच प्रभारी संजय सिंह, निरीक्षक गौरव तिवारी, अभनपुर और गुढ़ियारी टीआई जीएस पति, नासिर बाठी आदि ने लात मारी, आपत्तिजनक ढंग से धक्का दिया। एसपी ने देर रात निरीक्षक गौरव तिवारी को निलंबित कर दिया।
रिमांड मिलने के बाद भारी सुरक्षा के बीच पुलिस टीम विनोद वर्मा को लेकर कोर्ट से बाहर निकली तो कवरेज पर गए मीडिया कर्मियों ने विनोद से बात करने की कोशिश की। इस बीच कोर्ट परिसर पहुंचे भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। यह देख विनोद को पुलिस वापस कोर्ट के भीतर ले गई।
हंगामा और गहमागहमी के कुछ देर बाद पुलिस दोबारा विनोद को लेकर बाहर निकली तो पुलिस और मीडिया कर्मियों के बीच झूमाझटकी के दौरान दो महिला पत्रकारों के साथ बदसलूकी की गई। धक्का देकर उन्हें गिरा दिया गया। पुलिस के इस रवैये से मीडियाकर्मी नाराज हो गए, उनकी पुलिस अफसरों से बहस भी हुई।