भोपाल। सीएम चौहान के प्रमुख सचिव एसके मिश्रा, जो पिछले 30 सितंबर को रिटायर हुए हैं, मप्र संविदा नियम 2017 के तहत अप्वाइंट होने वाले प्रदेश के पहले अफसर होंगे। संविदा नियमों के मुताबिक एस के मिश्रा को एक रेग्यूलर प्रमुख सचिव के तहत सभी अधिकार रहेंगे। मिश्रा को संविदा नियमो के तहत प्रमुख सचिव अप्वाइंट करने के लिए प्रदेश सरकार ने प्रमुख सचिव स्तर की एक एक्स कैडर पोस्ट बनाने का आदेश पिछले शुक्रवार को जारी किया। मिश्रा की नियुक्ति एक साल के लिए होगी, जिसे ज्यादा से ज्यादा पांच साल तक बढ़ाया जा सकता है।
सीएम शिवराज के किचिन कैबिनेट के सीनियर मोस्ट मैंबर एस के मिश्रा अपनी नई ईनिंग्स की शुरुआत आगामी मंगलवार से करेंगे। एस के मिश्रा को उनके पूर्व के सभी विभागों जनसंपर्क, माध्यम, एग्रो के अलावा कुछ और महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी भी सौंपी जा सकती है। इंडस्ट्री डिपार्टमेंट से नौकरी शुरु करने वाले एस के मिश्रा नॉन डिप्टी कलेक्टर कैडर कोटा से आईएएस बने हैं।
एस के मिश्रा बुधनी विधानसभा उपचुनाव के दौरान शिवराज सिंह चौहान के कॉन्टेक्ट में पहली बार आए। जब 2015 में प्रदेश के मुख्यमंत्री बने उस समय वह प्रदेश विधानसभा के सदस्य नहीं थे। उन्होंने लोकसभा सीट से इस्तीफा देकर बुधनी विधानसभा से उपचुनाव लड़ा था। उस समय एस के मिश्रा सीहोर कलेक्टर थे। एस के मिश्रा को इलेक्शन कमीशन ने चुनाव के दौरान ही हटा दिया था। मगर एस के मिश्रा शिवराज सिंह चौहान को इतने पसंद आए कि चुनाव जीतने के बाद शिवराज ने एस के मिश्रा को भोपाल कलेक्टर बना दिया। बाद में शिवराज सिंह चौहान ने एसे के मिश्रा को सचिव की हैसियत से अपने सेकेट्रीयेट में पोस्ट किय़ा।