होशंगाबाद। रेत खदानों को अब बड़े ठेकदारों और उनकी मशीनों से मुक्ति दिलाई जाएगी। खदानों का संचालन पंचायतों के माध्यम से किया जाएगा। प्रदेश की नई रेत नीति को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यह जानकारी सोमवार को स्वच्छता सम्मेलन के दौरान दी। जिले को ओडीएफ घोषित करने के मौके पर आयोजित सम्मान समारोह में सीएम ने स्वच्छता को लेकर यह भी कहा कि केवल शौचालय बनाने से काम नहीं चलेगा बल्कि लोगों की आदत और मानसिकता में बदलाव लाने की चुनौती भी बाकी है। सीएम ने सूदखोरी पर अंकुश लगाने के लिए अगामी सत्र में बिल लाने की बात भी कही है।
सीएम ने किसान,गरीब, महिलाओं और नर्मदा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए अपने चिरपरिचत अंदाज में भाषण दिया। इस कार्यक्रम में विस अध्यक्ष डॉ सीतासरन शर्मा, पंचायत मंत्री गोपाल भार्गव, प्रभारीमंत्री सूर्यप्रकाश मीणा और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के एसीएस राधेश्याम जुलानिया भी विशेष रूप से मौजूद थे।
सम्मान समारोह के बाद सीएम एसएनजी ग्राउंड में सफाई कामगारों के साथ आयोजित सहभोज में भी शामिल हुए । कार्यक्रम में खनिज विकास निगम के अध्यक्ष शिव चौबे, मध्यप्रदेश वेयर हाउसिंग कार्पाेरेशन के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह, सिवनी मालवा विधायक सरताज सिंह, सोहागपुर विधायक विजयपाल सिंह, पिपरिया विधायक ठाकुरदास नागवंशी, पूर्व राजस्व मंत्री मधुकरराव गर्णे, राज्य अंत्योदय समिति के सदस्य हरिशंकर जायसवाल भी मौजूद थे।