इंदौर। शहर के प्रतिष्ठित डेली कॉलेज में पढ़ने वाली 12वीं की एक छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्रा का नाम शिबानी चावला था। शिबानी ने ये कदम क्यों उठाया फिलहाल ये राज बना हुआ है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक शिबानी ने गुरुवार शाम गुलमर्ग कॉलोनी स्थित घर के अपने रूम में फांसी लगाई। उस समय घर पर कोई नहीं था। शिबानी के पिता दीपक चावला की साकेत नगर में कैफे पैलेट के नाम से कॉफी शॉप है। वे शहर के बेहद प्रतिष्ठित परिवारों में से हैं।
गुरुवार को दीपक चावला, उनकी पत्नी और बड़ी बेटी जाह्नवी एक एक्जिबिशन के लिए बाहर गए हुए थे और शिबानी घर में अकेली थी। उसी समय शिबानी ने पहली मंजिल स्थित अपने रूम में पंंखे पर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। रात में जब परिजन लौटे तो रूम भीतर से बंद था। परिजनों ने काफी देर तक दरवाजा खटखटाया, लेकिन शिबानी ने दरवाजा नहीं खोला। अनहोनी की आशंका में कारपेंटर की मदद से रूम का दरवाजा तोड़ा गया तो भीतर का नजारा देखकर परिजनों को होश उड़ गए। रूम में शिबानी फांसी का फंदे पर लटकी हुई थी। परिजनोंं तुरंत उसे उतारकर निजी अस्पताल ले गए लेकिन डॉक्टरों ने शिबानी को मृत घोषित कर दिया।
बताया जा रहा है कि शिबानी कुछ दिनों से डिप्रेशन में थी। वो गुरुवार को स्कूल भी नहीं गई थी। परिजनों ने बताया कि उसे छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आ जाता था। पलासिया पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है लेकिन शिबानी का मोबाइल बंद मिला है। पुलिस ने इसे कब्जे में लेकर जांच शुरु की है। पुलिस को उम्मीद है कि शायद मोबाइल से उसे कोई क्लू मिले जिससे पता चले कि शिबानी ने ये आत्मघाती कदम क्यों उठाया। फिलहाल परिजनों के भी बयान नहीं हो पाए हैं।