इंदौर। क्राइम ब्रांच ने न्यू पलासिया में सोमवार रात डिजायर स्पा सेंटर पर रेड के बाद नए नए खुलासे हो रहे हैं। यहां मसाज के नाम पर जो हाईप्रोफाइल खेल चल रहा था वो चौंकाने वाला है। सबसे ज्यादा हतप्रभ करने वाली बात तो यह है कि बीच बाजार में 4 साल से यह सबकुछ बड़ी ही आसानी के साथ चल रहा था। अब यह तो माना ही नहीं जा सकता कि पुलिस को इसकी खबर नहीं थी। बताया जा रहा है कि इंदौर के कई रईस कारोबारियों के अलावा पॉलिटिकल लीडर्स और मध्यप्रदेश के कुछ बड़े नौकरशाह भी इसके नियमित ग्राहक हैं।
एक तरफ कपड़े पड़े थे, दूसरी तरफ कपल
मौके पर 40 से ज्यादा लड़के-लड़कियां गलत काम में लिप्त थे। महिला पुलिस ने जैसे ही केबिन का दरवाजा खोला तो बेड पर एक तरफ कपल के कपड़े पड़े थे और दूसरी तरफ कपल। क्राइम ब्रांच की दबिश के बाद इस बात का खुलासा हुआ तो डीआईजी हरिनारायणाचारी मिश्र ने तुकोगंज थाना प्रभारी को नोटिस देकर थाने के एसआई सहित चार कांस्टेबलों को सस्पेंड करने के आदेश दिए हैं। वहीं पुलिस ने सभी पकड़ाए लड़क-लड़कियों को कोर्ट में पेश किया।
सिर्फ एंट्री के लिए 1500 रुपए फीस
क्राइम ब्रांच ने महिला पुलिस को साथ में लेकर स्पा और यूनिसेक्स सैलून के नाम से चल रहे इस रैकेट पर छापामार कर 23 लड़कियों और 21 लड़कों को अरेस्ट किया। ये अभी तक की शहर में सबसे बड़ी कार्रवाई है। चेकिंग के दौरान जब पुलिस ने इस स्पा सेंटर की प्रोसेस देखी तो अफसर भी दंग रह गए। रैकेट के संचालक सैलून में आने वाले कस्टमर से 15 सौ रुपए तो सिर्फ एंट्री फीस लेते थे।
500 से लेकर 50 हजार तक की सेवाएं
भीतर जाने के बाद एक लड़की कस्टमर को मसाज और अन्य गलत कामों के ऑप्शन और उनके रेट सहित पूरा आॅफर समझाती थी। उसे सर्विस देने वाली लड़कियों के फोटो या उनसे सीधे मिलवाया भी जाता था। कस्टमर अपने बजट और पसंद अनुसार लड़की और सर्विस का चयन करता था। इसके लिए सेंटर में 24 छोटे-छोटे केबिन थे। हर केबिन में बेड के साथ भीतर ही सभी जरूरत के सामान उपलब्ध रहते थे। जैसे ही व्यक्ति केबिन में दाखिल होता वैसे ही रजिस्टर में उसका टाइम नोट कर लिया जाता था। कस्टमर से 1500 रुपए एंट्री फीस लेने के बाद अलग-अलग सर्विस का रेट अलग-अलग था। कस्टमर को यहां 500 से 5000 हजार रुपए तक अलग से पेमेंट करना होता था।
सीक्रेट रास्ते से आती थीं लड़कियां
सर्चिंग में पुलिस को 24 केबिन तक पहुंचने के लिए एक सीक्रेट रास्ता भी मिला है। संचालक ने लोगों की नजरों से बचने के लिए ये सीक्रेट रास्ता बनवाया था। इसी रास्ते से वह लड़कियों और अपने ग्राहकों को भेजता था। इसके अलावा यहां केबिन में जाने के लिए एक सीढ़ी भी बनवा रखी थी।
मालिक विजय राठौर भी गिरफ्तार
सेंटर पिछले 4 सालों से चल रहा है। पुलिस को लम्बे समय से यहां चल रही अनैतिक गतिविधियों की जानकारी मिल रही थी। पुलिस ने कुछ जवानों को ग्राहक बनाकर यहां भेजा था। उनके इशारे पर दबिश दी गई। पुलिस छापे के दौरान डिजायर स्पा सेंटर मालिक गणेश उर्फ विजय राठौर वेस्टर्न कार्पोरेट बिल्डिंग में तीसरे फ्लोर पर मिला। उसने 21 लड़कियां स्पा सेंटर में रखी थी, जिनमें 8 मणिपुर और थाईलैंड की हैं। मालिक विजय राठौर ने इस तरह के किसी भी काम से इनकार किया है। सेंटर में काम करने वाली लड़कियों की जानकारी भी मालिक ने थाने पर नहीं दी थी।