संदीप विश्वकर्मा/पन्ना/गुनौर। मुंह में छाले का इलाज कराने आए एक मरीज को डॉक्टर पंकज जैन ने मौत का इंजेक्शन ठोक डाला। जैसे ही इंजेक्शन लगाया, मरीज के मुंह से छाग एवं खून निकलने लगा। डॉक्टर ने परिजनों को किसी अच्छे अस्पताल में ले जाने के लिए कहा और शटर बंद करके भाग गया। मरीज की मौत के बाद इलाके में हंगामा हो गया। पुलिस ने क्लीनिक को सील कर दिया है। डॉक्टर अंडरग्राउंड हो गया है।
ज्ञात हो कि पुष्पेंद्र पिता नन्हे राम मिश्रा उम्र लगभग 30 वर्ष निवासी हाल सिली जो दिनांक 16 अक्टूबर 2017 को शाम करीब 7 बजे अपनी माता जी का इलाज कराने प्राइवेट क्लीनिक सोनभद्र मेडिकल के बगल से डॉक्टर पंकज जैन की क्लीनिक गए। जहां पर माता जी का इलाज कराया एवं उनको घर छोड़ आए। पुष्पेंद्र के मुंह में भी छाले हो गए थे। इसलिए उसने भी डॉक्टर पंकज जैन से दवाई पूछ ली। डॉक्टर जैन ने उसे एक्स ओ इन ई इंजेक्शन लगा दिया। इस इंजेक्शन के लगते ही पुष्पेंद्र मिश्रा के मुंह से झाग एवं खून निकलने लगा। डॉक्टर घबरा गया उसने तुरंत उसके सीने में जोर जोर से दबाना शुरु किया। स्थिति काबू में ना आते देख परिजनों को सलाह दी कि आप बाहर ले जाइए। इसके तुरंत बाद डॉक्टर पंकज जैन ने अपनी क्लीनिक की शटर बंद कर दी परिजन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुनौर गए जहां डॉ रितेश द्विवेदी ने पुष्पेन्द्र मृत घोषित कर दिया।
शव देखकर गुनौर में मचा कोहराम
मिलनसार छवि का पुष्पेंद्र मिश्रा जिसका विवाह पिछले वर्ष हुआ था। जिसकी एक अबोध बच्ची है और उसके पिताजी नन्हे राम मिश्रा शिक्षक के पद पर हैं। मामूली छाले के इलाज में डॉक्टर द्वारा जो भी इंजेक्शन लगाया गया हो और उसकी मौत हो जाना गुनौर वासियों की समझ से परे है। पुष्पेंद्र मिश्रा का मृत शरीर उनके दरवाजे में जैसे ही लोगों ने देखा खासा हुजूम उमड़ पड़ा। लोग उग्र हो गए।
पुलिस ने मेडिकल एवं क्लीनिक को किया सील
गुनौर की जनता का उग्र रूप देखकर थाना प्रभारी राकेश तिवारी ने तुरंत क्लीनिक एवं मेडिकल स्टोर को सील कर दिया। इस दौरान आवश्यक पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा। जनता का भड़कता आक्रोश देखकर थाना प्रभारी राकेश तिवारी ने दल बल के साथ पहुंचकर मेडिकल एवं क्लीनिक को सील कर दिया क्योंकि लोगों की ऐसी मांग थी कि उक्त मेडिकल एवं क्लीनिक में ऐसी दवाओं का जखीरा भरा पड़ा है जिसकी न्यायोचित जांच कराई जाए।