
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि पहली बैठक में राहुल ने पार्टी महासचिवों एवं विभिन्न राज्यों के प्रभारियों के साथ नोटबंदी के बारे में चर्चा की। दूसरी बैठक में उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद के साथ जीएसटी के बारे में चर्चा की। उन्होंने बताया कि बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपनी उस टिप्पणी को दोहराया कि नोटबंदी 'गठित लूटपाट एवं कानूनी डाका' है।
बैठक के बाद राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा कि इन दोनों मुद्दों पर प्रधानमंत्री मोदी देश का मन नहीं समझ पा रहे हैं। उन्होंने हैरत जताई कि सरकार 8 नवंबर को नोटबंदी का एक वर्ष पूरा होने पर जश्न क्यों मना रही है। राहुल ने कहा कि नोटबंदी के कारण लोग बुरी तरह परेशान हुए। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था नोटबंदी के 'टॉरपीडो' को तो झेल गई, लेकिन वह जीएसटी को नहीं बर्दाश्त कर पाई।