इंदौर। स्वच्छता सर्वे 2018 में केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने इस बार जनता की समस्याओं के निराकरण के लिए मोबाइल एप की भी एक श्रेणी बना दी है। यदि रैंकिंग में इंदौर को दोबारा नंबर एक पर आना है तो जनता को कम से कम 65 हजार मोबाइल एप डाउनलोड करना होंगे। इसके लिए नगर निगम ने 'इंदौर 311' एप सुविधा शुरू जरूर की है, लेकिन अब तक इसे 30 हजार लोगों ने ही डाउनलोड किया है। यही कारण है कि निगम ने अपनी इस कमी को भांपते हुए दो महीने से लगातार ज्यादा से ज्यादा मोबाइल एप डाउनलोड करने का अभियान छेड़ रखा है।
नगर निगम ने इंदौर की जनसंख्या 30 लाख मानी है। 1400 नंबरों की रैंकिंग में एप सुविधा के लिए 150 नंबर तय किए गए हैं। ये नंबर तभी मिलेंगे, जब आंकड़ा तय सीमा को छुएगा। स्वच्छता सर्वे 2018 की शुरुआत जनवरी से होगी। महापौर और निगमायुक्त इसकी निगरानी कर रहे हैं कि हफ्तेभर में किस दिन कितने एप डाउनलोड हो रहे हैं?
इंदौर 311 एप के डाउनलोडिंग के प्रयास जारी हैं। सभी पार्षदों से व्यक्तिगत तौर पर अपने वार्ड के लोगों से एप डाउनलोड करने का आग्रह किया जा रहा है। स्कूल-कॉलेज में बनाए गए ब्रांड एंबेसडर बच्चे भी 50 हजार एप डाउनलोड कराएंगे। एप डाउनलोड होने से नागरिक अपनी समस्याएं सीधे निगम तक पहुंचा सकेंगे।
मालिनी गौड़, महापौर
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