वीरेंद्र तिवारी/ग्वालियर। आईपीएल के चर्चित खिलाड़ी और मप्र रणजी टीम के सदस्य अंकित शर्मा को नियंत्रक महालेखाकार ग्वालियर (एजी ऑफिस) ने नौकरी से निकालने का नोटिस दिया है। आरोप है कि अंकित ने आडिटर की नौकरी ज्वाइनिंग के वक्त जो ग्रेजुएशन की मार्कशीट दी थी वह फर्जी है। इधर अंकित ने पूरे मामले में खुद को सही बताते हुए कोर्ट में जाने की बात कही है। ग्वालियर के अंकित शर्मा का तीन साल पहले एजी ऑफिस में खेल कोटे से बतौर ऑडीटर के पद पर चयन हुआ था। ज्वाइनिंग के बाद अंकित की मार्कशीट फर्जी होने की शिकायत एजी ऑफिस के अधिकारियों को मिली। इस पर इंटरनल जांच बैठाई गई।
जांच में जब सिक्कम यूनिवर्सिटी से जारी ग्रेजुएशन की मार्कशीट का वेरीफिकेशन नहीं हुआ तो कमेटी ने उन्हें नौकरी से हटाने की सिफारिश कर दी। एजी ऑफिस के अधिकारियों के मुताबिक रिपोर्ट के आधार पर हाल ही में अंकित को एक माह में टर्मिनेशन का नोटिस जारी किया गया है। हालांकि पूरे मामले पर आला अधिकारी अधिकृत तौर पर कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
मेरी मार्कशीट सही है, मैंने कुछ गलत नहीं किया- अंकित
मैंने 2012 में सिक्किम यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया था। मैं अकेला नहीं मेरे जैसे 10 - 15 खिलाड़ी थे। मैंने डिस्टेंस लर्निंग से परीक्षा पास की है । सब कुछ एक नंबर में किया है और मेरी मार्कशीट एकदम सही है। जब-जब भी परीक्षा देने गया एमपीसीए को भी इस बारे में सूचित किया था। 2015 में यूनिवर्सिटी बंद हो गई इसमें मेरी क्या गलती। कोर्ट में सारी चीजे साफ हो जाएंगी। अभी तो मैं रणजी मैच खेलने में अपना ध्यान लगा रहा हूं।
अंकित शर्मा, क्रिकेटर