जयपुर। राजस्थान के कोटा शहर में प्रोबेशन पीरियड के दौरान भाजपा नेता को थप्पड़ मारकर सुर्खियों में आए आईपीएस देवाशीष की लंबी बीमारी के बाद मौत हो गई। वो पुष्कर ब्रह्मा मंदिर गद्दी विवाद में ड्यूटी के दौरान एक हादसे का शिकार हो गए थे। देवाशीष गंभीर रूप से घायल थे। उनका इलाज चल रहा था। स्वास्थ्य में सुधार भी हो रहा था परंतु अचानक तकलीफ बढ़ी और उनकी मौत हो गई। देवाशीष मूलत: बिहार के रहने वाले हैं।
आईपीएस देवाशीष अपने प्रोबेशन पीरियड से ही अपनी दबंग छवि को लेकर चर्चा में आ गए थे। भाजपा शासित राजस्थान के कोटा शहर में पान की एक दुकान पर खड़े होकर उत्पात करने की सूचना पर पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे थे। उसी दौरान गश्त करते वक्त आईपीएस देवाशीष ने भी हंगामा होते देखा तो वे रुक गए। खुद को भाजपा नेता बताकर धौंस दे रहा एक युवक वहां मौजूद कांस्टेबल से उलझ पड़ा। आईपीएस देवाशीष ने सरेआम भाजपा नेतस के थप्पड़ जड़ दिया और उसे उठाकर थाने ले गए और गिरफ्तार कर लिया। इस घटना से भाजपा कार्यकर्ता लामबंद हो गए थे और देवाशीष को हटाने की मांग पर अड़ गए थे। इसके बाद देवाशीष का कोटा से ट्रांसफर कर दिया गया था।
सिर के बल 6 फीट नीचे गिर गए थे
देवाशीष देव 2013 बैच के आईपीएस थे। सीओ ब्यावर के पद पर रहने के दौरान ब्रह्मा मंदिर की गद्दी के विवाद के चलते वह पुष्कर गए थे। जहां पर 13 जनवरी को कुर्सी टूटने के कारण सिर के बल 6 फीट नीचे गिर गए। जिससे उनकी रीढ़ की हड्डी फ्रैक्चर हो गई थी। जिसका लंबे समय से इलाज चल रहा था। डिस्चार्ज होने के बाद सरकार ने उनको आरपीए डिप्टी डायरेक्टर के पद लगा दिया था। तब से वह आरपीए क्वार्टर में पत्नी कनकलता सिंह व बेटे के साथ रह रहे थे। घर पर ही उनका फिजियोथेरेपी से इलाज चल रहा था।
रविवार को अचानक तबीयत बिगड़ी
रविवार सुबह अचानक सांस लेने में दिक्कत हुई तो घरवाले शास्त्रीनगर स्थित इंपीरियल हॉस्पिटल ले गए थे। हॉस्पिटल संचालक एन.बी. राजौरिया ने बताया कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही देवाशीष की मौत हो चुकी थी। डॉ. राजौरिया के मुताबिक सर्वाइकल कोर इंजरी की वजह से देवाशीष को कई शारीरिक दिक्कतें थीं, हालांकि मृत्यु का सही कारण पोस्टमार्टम के बाद ही पता चलेगा।
तिहाड़ से सीधे आईपीएस के लिए हुए थे सिलेक्ट
आईपीएस देवाशीष देव बिहार में पटना के पास के रहने वाले हैं। 2013 बैच के आईपीएस देवाशीष इससे पहले दिल्ली की तिहाड़ जेल में असिस्टेंट जेलर के पद पर रहे हैं। वह जयपुर में अकाउंट सर्विसेज में भी पदस्थ रहे हैं। हादसे से पहले ब्यावर में सीआे के पद पर पदस्थ थे।
पुलिस ने एक बहादुर व कर्तव्यनिष्ठ अफसर खो दिया
देवाशीष की मौत की सूचना मिलते ही उनके बैचमेट व आरपीए मे तैनात अफसर तुरंत हॉस्पिटल पहुंच गए। हॉस्पिटल में पहुंचे साथियों ने कहा कि देव बहुत ही होनहार व बहादुर अफसर थे। एडीजी राजीव दासोत ने कहा कि देवाशीष की मौत से राजस्थान पुलिस ने एक बहादुर व कर्तव्यनिष्ठ अफसर खोया है।