
मस्जिद कमिटी ने यह फरमान इसलिए सुनाया है क्योंकि यूसुफ के परिवार ने अपनी बेटी को दूसरे धर्म में जाकर शादी करने की इजाजत दे दी, जिसके बाद उसकी बेटी ने एक ईसाई लड़के से शादी कर ली। यूसुफ की बेटी ने जबसे ईसाई लड़के से शादी की है तबसे ही उसके परिवार का बहिष्कार किया जा रहा है।
मलयाली भाषा में छपे इस मस्जिद कमिटी के नोटिफेकेशन में लिखा है, हमने फैसला लिया है कि कोई भी व्यक्ति यूसुफ और उसके परिवार से न ही मस्जिद से जुड़े किसी काम में और न ही किसी अन्य मामले में किसी भी तरह का संबंध रखेगा। बता दें कि यूसुफ की बेटी जसीला ने 20 अक्टूबर को स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत टिस्को टॉमी से शादी कर ली थी।
इसके एक दिन बाद परिवार ने पेरिंथलमन्ना में दोनों की शादी का रिसेप्शन रखा गया जिसमें कई लोगों ने उत्सुकता के साथ भाग लिया। इस शादी की सबसे खास बात तो यह रही कि इसने सभी धार्मिक बाधाओं को तोड़ एक नई मिसाल पेश की है। यह शादी न तो मुस्लिम रीति-रिवाजों से हुई और न ही ईसाई धर्म के अनुसार हुई।