टीकमगढ़। टीकमगढ़ का बाजार बुधवार को पूरी तरह बंद है। व्यापारी और किसान पुलिस की कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। मंगलवार को किसानों ने कांग्रेस के नेतृत्व में टीकमगढ़ को सूखाग्रस्त घोषित करने के लिए प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन से लौट रहे किसानों को पुलिस ने रास्ते में रोक लिया और थाने ले जाकर निर्वस्त्र करके पीटा। इससे पहले पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज किया और आंसूगैस के गोले छोड़े। पुलिस की इस कार्रवाई के विरोध में आज बाजार बंद किया गया है।
गौरतलब है कि जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने के लिए मंगलवार को किसानों ने कांग्रेस के साथ आंदोलन किया। कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने की मांग कर रहे किसानों की पुलिस से झड़प हुई। पुलिस ने लाठीचार्ज कर आंसू गैस के गोले छोड़े। कुछ देर बाद आंदोलन से वापस लौट रहे किसानों से भरी दो ट्रैक्टर-ट्रॉली पुलिस ने रोक लीं उन्हें देहात थाने ले गए। दुनातर से आए किसान रतिराम ने बताया कि हम लोग प्रदर्शन से गांव लौट रहे थे, तभी पुलिस ने रोक लिया और थाने में कपड़े उतरवाने के बाद जमकर पीटा। करीब एक घंटे बाद पूर्व मंत्री यादवेंद्र सिंह ने समर्थकों के साथ थाने जाकर किसानों को छुड़ाया।
कलेक्टर ने 45 मिनट तक इंतजार करवाया, इसलिए बिगड़े हालात
कांग्रेसी कलेक्टर को ज्ञापन देने की मांग करते रहे, लेकिन वे अपने दफ्तर से नीचे नहीं उतरे। जबकि गेट पर केवल 8-10 कांग्रेसी ही ज्ञापन देने गए थे। इस बीच एडीएम आदित्य सिंह, एएसपी राकेश खाखा कांग्रेसी नेताओं से कलेक्टर चैंबर में चलकर ज्ञापन देने की बात करते रहे। कांग्रेसी इस बात के लिए राजी नहीं हुए, वे गेट पर ही धरना देकर बैठ गए। करीब 45 मिनट तक कांग्रेसी गेट पर उनके इंतजार में बैठे रहे। आखिरकार कलेक्टर अभिजीत अग्रवाल को नीचे आना पड़ा।
पूछताछ के लिए बुलाया था
एसपी का कहना है कि किसानों को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। यदि लॉकअप में इस तरह की घटना हुई तो जांच कराई जाएगी। कलेक्टर के मुताबिक, प्रदर्शन में एक भी किसान घायल नहीं है। मैंने जांच के लिए एसडीएम को मौके पर भेजा था।