भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का लगभग हर कदम विवादों में घिर रहा है। हाल ही में सरकार ने मप्र के नए लोकायुक्त की नियुक्ति की थी। इस पद पर पूर्व जस्टिस नरेश गुप्ता का चयन किया गया था परंतु यह चयन नियुक्ति के साथ ही विवादों में घिर गया। कांग्रेस नेशनल लीगल सेल के प्रमुख और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने नियुक्ति पर सवाल उठाया है। मजेदार तो यह है कि इस नियुक्ति के साथ ही नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह पर भी सवाल उठ गए हैं। यह नियुक्ति उनकी एनओसी के बाद ही हुई है।
यह पद पिछले साल 30 जून से रिक्त था। सोमवार देर रात मध्यप्रदेश सरकार ने एक बड़ा और विवादित फैसला लेते हुए मध्यप्रदेश लोकायुक्त के पद पर जस्टिस नरेश गुप्ता की नियुक्ति कर दी है। खास बात ये है कि लोकायुक्त बनाए गए जस्टिस नरेश गुप्ता मौजूदा उप लोकायुक्त यूसी माहेश्वरी से 6 साल जूनियर हैं। उनकी इस नियुक्ति को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
राज्यसभा सांसद और कांग्रेस की नेशनल लीगल सेल के प्रमुख विवेक तनखा ने ट्वीट कर नियुक्ति पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने उप लोकायुक्त से 6 साल जूनियर व्यक्ति को लोकायुक्त बनाए जाने पर सवाल खड़े किए हैं। वहीं उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया है कि मप्र चीफ जस्टिस और नेता प्रतिपक्ष ने इस नियुक्ति को स्वीकार कैसे कर लिया।
लोकायुक्त बनाए गए जस्टिस नरेश गुप्ता 2010 में जबलपुर हाइकोर्ट के जस्टिस बने थे। जनवरी 2016 में उनका तबादला हाइकोर्ट की ग्वालियर बेंच में हो गया था। 30 जून 2017 को जस्टिस नरेश गुप्ता रिटायर हो गए थे। हालांकि सरकार ने अभी तक लोकायुक्त की नियुक्ति से संबंधित अधिसूचना जारी नहीं की है, जबकि कई समाचार पत्रों में नियुक्ति की खबरें छपी हैं।