MP के स्वास्थ्य मंत्री के आवास में मिला डेंगू का लार्वा, पूरा भोपाल डेंगू की चपेट में

Bhopal Samachar
भोपाल। मप्र के स्वास्थ्य मंत्री रुस्तम सिंह खुद सवालों की जद में आ गए हैं। उनके सरकारी आवास से डेंगू का लार्वा पाया गया है। यह सबकुछ उस समय हो रहा है जबकि राजधानी में 600 से ज्यादा डेंगू मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। पीड़ितों में कई बड़े अधिकारी और दिग्गज भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री के उपसचिव और बीडीए सीईओ नीरज वशिष्ठ, आईएएस संजय गोयल की पत्नी यहां तक कि सिविल सर्जन आई के चुघ भी डेंगू से पीड़ित हो चुके हैं। सवाल यह है कि जो सरकार वीवीआईपी को भी डेंगू से नहीं बचा पा रही वो पूरे प्रदेश की संक्रामक रोगों से रक्षा कैसे कर सकती है। 

भोपाल में वीवीआईपी इलाके में डेंगू का लार्वा निकल रहा है। डेंगू का कहर लगातार बढ़ रहा है। अभी तक शहर में डेंगू की चपेट में 641 मरीज आ चुके हैं। रोजाना डेंगू के 20 से 25 मरीज सामने आ रहे हैं। जेपी अस्पताल में अभी डेंगू के 20 मरीज भर्ती है। इनकी हालत स्थिर है। अभी तक पांच मरीजों की डेंगू से मौत हुई है। रविवार को राजधानी में 98 मरीजों की जांच हुई जिनमें से 24 की रिपोर्ट डेंगू पॉजीटिव आई है। ऐसे ही चिकनगुनिया के पांच नए मरीज एक दिन में सामने आए हैं।

चिकनगुनिया के 235 मरीज
राजधानी में चिकनगुनिया भी लगातार बढ़ रहा है। यहां चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या बढ़कर 235 हो गई है। चिकनगुनिया के 12 संदिग्ध मरीजों में से रविवार को 5 मरीजों की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। सीएमएचओ जैसानी ने इसकी पुष्टि की है। साकेत नगर क्षेत्र में सबसे ज्यादा लार्वा आया सामने, अरेरा कॉलोनी में भी खतरा बढ़ रहा है। 641 डेंगू मरीजों की पुष्टि शहर में हो चुकी है। रविवार को 98 मरीजों की जांच हुई। 24 की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। 20 से 25 डेंगू के मरीज रोजाना सामने आ रहे हैं। 05 मरीजों की अब तक डेंगू से मौत हो चुकी है। 

बीमारी बढ़ी तो हो रहा दवा का छिड़काव
चार इमली में डेंगू का लार्वा मिला है। स्वास्थ्य मंत्री रूस्तम सिंह के बंगले में लार्वा निकला है। शिवाजी नगर में ज्यादातर सरकारी अफसरों के बंगले है। इनके बंगलों में लार्वा मिल रहा है। साकेत क्षेत्र में सबसे ज्यादा लार्वा सामने आया है। अरेरा कॉलोनी में भी ऐसी स्थिति है। मलेरिया विभाग को हर चौथे घर में लार्वा मिला है। डेंगू का कहर बढ़ने के बाद दवा का छिड़काव किया जा रहा है।

कलेक्टर को राहत
मुख्यमंत्री के उप सचिव नीरज वशिष्ठ के घर में डेंगू की वजह से तीन सदस्य बीमार हुए थे। वशिष्ठ अब इलाज के बाद स्वस्थ होकर काम पर लौट आए हैं। आईएएस संजय गोयल की पत्नी को भी डेंगू हुआ था। डीआईजी संतोष सिंह की तबीयत बिगड़ने पर डेंगू की आशंका हुई थी। उनके प्लेटलेट्स कम हो गए थे। हालांकि रिपोर्ट में डेंगू निगेटिव आया। अब वे काम पर लौट आए हैं। उधर, कलेक्टर सुदाम खाड़े को भी निगेटिव रिपोर्ट से राहत मिली है।

लोगों की लापरवाही से पनप रहा लार्वा
शहर में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ी है। प्रमुख क्षेत्र में भी डेंगू का लार्वा मिल रहा है। हर चौथे घर में डेंगू का लार्वा मिलने की वजह लोगों की लापरवाही भी है। बचाव के लिए दवा का छिड़काव हो रहा है। 
डॉ सुधीर जैसानी, सीएमएचओ भोपाल

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