भोपाल। रायसेन रोड स्थित एनआरआई कॉलेज के डायरेटर डी सुबोध सिंह थोकबंद एडमिशन के लालच में ऐसे फंसे कि अब न्याय के लिए पुलिस के चक्कर लगा रहे हैं। माधव प्रोद्योगिकी कॉलेज के चेयरमेन राजेश पराशर ने उन्हे थोकबंद एडमिशन का लालच दिया और फिर एक भी एडमिशन नहीं दिया। NRI COLLEGE की सीटें खाली रह गईं। पुलिस ने राजेश पराशर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। बताया जाता है कि पराशन कांग्रेस नेता है एवं सिंधिया समर्थक भी है।
पुलिस के अनुसार डी सुबोध सिंह एनआरआई कॉलेज के डायरेक्टर हैं। वहीं आरोपी राजेश पराशर परवलिया सड़क पर स्थित माधव प्रोद्योगिकी कॉलेज का चेयरमेन है। आरोपी ने पूर्व में अपने कॉलेज को बंद करने की बात कहकर एनआरआई कॉलेज के डायरेक्टर से संपर्क किया था। जहां उसने बताया कि उनके कॉलेज के सभी दाखिलों को एनआरआई में ट्रांस्फर करा जाएगा। इसके लिए सौदा प्रति छात्र के हिसाब से 21 हजार रूपये प्रति वर्ष फीस के हिसाब से तय किया गया था।
डील पक्की करने के लिए आरोपी ने सिक्युरिटी चैक के तौर पर कुछ अमाउंट भरकर डी सुबोध सिंह को दिया था। इस पूरी डील का स्टॉम्प पेपर पर अनुबंध किया गया था। बाद में आरोपी ने न ही कोई दाखिला कॉलेज में दिया और न ही बची हुई रकम। इससे कॉलेज ने कई सीटे अनुबंध के आधार पर माधव कॉलेज के छात्रों के लिए छोड़ दी थीं। मामले का शिकायती आवेदन डी सुबोध की ओर से बिलखिरिया थाने में दिया गया था। पुलिस ने जांच के बाद बुधवार शाम प्रकरण दर्ज कर लिया है।