नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों से राहुल गांधी सुर्खियों में हैं। वो भाजपा पर बयानी हमले तो कर ही रहे हैं ट्विटर पर भी एक्टिव हैं। उनके हर ट्वीट को हजारों बार रि ट्वीट किया जा रहा है। यह देख भाजपा परेशान हैं। पिछले दिनों भाजपा ने आरोप लगाया था कि ट्विटर पर लोकप्रियता के लिए राहुल पर बॉट्स (एक सॉफ्टवेयर) के इस्तेमाल करते हैं। भाजपा ने यह भी दावा किया था कि राहुल गांधी का ट्विटर हेंडल वो खुद नहीं बल्कि कोई और आॅपरेट करता है। राहुल गांधी ने बड़े मजेदार अंदाज में इसका जवाब दिया। इसी के साथ सोशल मीडिया पर राहुल गांधी का कुत्ता पीडी सुर्खियों में आ गया।
राहुल गांधी ने रविवार को एक वीडियो ट्वीट किया। इसमें राहुल अपने पालतू डॉगी के साथ हैं। खुद ही शूट किए इस वीडियो में डॉगी राहुल के आदेश पर उनकी बातें मानता दिख रहा है। इसमें राहुल गांधी की आवाज भी सुनी जा सकती है, जिसमें वह पहले उससे नमस्ते करवाते हैं फिर एक ट्रिक से उसे बिस्कुट जैसा कुछ खिलाते हैं। वीडियो के साथ राहुल ने लिखा कि लोग पूछते रहते हैं कि इस शख्स (राहुल) के लिए कौन ट्वीट करता है, 'ये मैं हूं, पीडी जो इनसे (राहुल) काफी कूल भी हूं, देखिए मैंने एक ट्वीट.. नहीं ट्रीट के जरिये क्या किया है।' दरअसल, राहुल गांधी ने इस ट्वीट के जरिये विरोधियों के आरोपों का जवाब देने की कोशिश की है। इसमें राहुल उन आरोपों पर तंज कसते नजर आ रहे हैं जिनमें कहा जाता है कि अपना ट्विटर अकाउंट खुद हैंडल नहीं करते।
भाजपा ने किया व्यंग्य
यह वीडियो सामने आने के बाद इस पर एक के बाद एक प्रतिक्रियाएं सामने आने लगीं। कांग्रेस के विद्रोही असम के मंत्री हेमंत विश्व शर्मा ने लिखा, 'सर, मुझसे बेहतर पीडी को कौन जानता है। अभी भी याद है कि जब हम असम के बेहद जरूरी मसलों पर चर्चा करना चाहते थे तो आप उसे बिस्कुट खिलाने में व्यस्त होते थे।' जबकि, भाजपा आइटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने फिल्म के पोस्टर जैसा एक चित्र शेयर किया जिसमें पीडी साइकिल चला रहा है और राहुल उस पर पीछे बैठे हैं। मालवीय ने इसके साथ लिखा, 'पीडी लाओ, कांग्रेस बचाओ'।
पोस्टर पर लिखा था, 'पीडीमैन:
एक ऐसे कुत्ते की कहानी जो अपने मालिक से ज्यादा होशियार है -कांग्रेस द्वारा लिखित एवं निर्देशित'। जब लोग राहुल पर व्यंग्य कर रहे थे तो नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला उनके बचाव में सामने आए। उन्होंने लिखा, 'कोई भी किसी का मजाक उड़ा सकता है। ऐसे में यह बेहद ताजगी भरा है कि ऐसे राष्ट्रीय नेता भी हैं जो खुद का मजाक बनाने से नहीं डरते। कुछ लोगों ने यह टिप्पणी भी की कि यह कदम गांधी वंशजों से बहुत अलग है।