
शो-रूम के गार्ड भैय्या लाल ने बताया कि "मैं लक्ष्मण यादव के साथ ड्यूटी पर था। तभी पिज्जा हट के दो कर्मचारी गोदाम से सिलेंडर लेकर बाहर आए। वे सिलेंडर सामने रखकर उसमें ठोक-पीट करने लगे। वह नोजल को जोर-जोर से ठोक रहे थे। मैं नोजल को ठोकने से मना करते हुए उन्हें रोकने आगे बढ़ा तो अचानक से सिलेंडर बाजू से निकल गया। पलटा तो लक्ष्मण खून से लथपथ पड़ा हुआ था। सिलेंडर उसके पैर को फाड़ते शो-रूम का कांच तोड़ते हुए अंदर घुस चुका था। सभी लोग यहां-वहां भाग रहे थे। हमने लक्ष्मण को तत्काल जेपी अस्पताल पहुंचाया। अंदर पहुंचे तो गीता और शादाब भी खून से लथपथ पड़ी हुई थी। उनके सिर से खून निकल रहा था। उन्हें प्राइवेट अस्पताल पहुंचा दिया।'
कर्मचारियों ने कहा शिफ्ट कर रहे थे सिलेंडर
पुलिस ने मौके से पिज्जा हट के दोनों कर्मचारियों रूपेश और विनोद को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे सिलेंडर दूसरी जगह शिफ्ट कर रहे थे। इसी दौरान सिलेंडर हाथ से गिर गया और वह शो-रूम में घुस गया। एसआई नारायण लोधी के अनुसार आरोपियों और घायलों के बयानों का विश्लेषण कर रहे हैं।
लक्ष्मण का पैर बुरी तरह जख्मी
घायल लक्ष्मण यादव को जेपी अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे हमीदिया अस्पताल रैफर कर दिया गया। हालांकि, बाद में उसे एलबीएस अस्पताल ले जाया गया। उसका पैर बुरी जख्मी हो गया है। टाइटन शो-रूम के कर्मचारी राहुल पवार के अनुसार गीता और शादाब को सिर में गंभीर चोटें आई हैं। उन्हें इलाज के बाद घर भिजवा दिया है। वे ठीक हैं।
हो सकता था बड़ा हादसा
हादसे के दौरान शो-रूम में ग्राहक कम थे और सिलेंडर काउंटर में फंसने के कारण ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। यदि, सिलेंडर काउंटर में नहीं फंसता तो बड़ा हादसा हो सकता था। इसके अलावा अगर सिलेंडर का रूख सड़क की तरफ होता तो और भी बड़ा हादसा हो सकता था, क्योंकि उसकी चपेट में सड़क पर चलने वाले वाहन भी आ सकते थे।
लापरवाही का मामला
टीआई टीटी नगर महेंद्र सिंह चौहान के अनुसार मौके से दो कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया है। वह सिलेंडर पर काम कर रहे थे। उनके खिलाफ लापरवाही समेत अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया।