जबलपुर। रिलाइंस फ्रेश से लोग उम्मीद करते हैं कि यहां अच्छी क्वालिटी का सामान मिलेगा परंतु सिविल लाइन स्थित रिलाइंस फ्रेश स्टोर से सड़े हुए फफूंद वाले रसगुस्से बेचे जाने का मामला सामने आया है। प्रशासन ने रिलाइंस फ्रेश से रसगुल्ले का पूरा स्टॉक जब्त कर लिया है। मामला भी दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है कि जब प्रशासनिक टीम ने रिलाइंस फ्रेश में बिक रहे रसगुल्लों का डिब्बा खोला तो उसमें बदबू आ रही थी। फफूंद भी दिखाई दी।
जानकारी के अनुसार हिंदू धर्मसेना के कार्यकर्ताओं ने 36 नग रसगुल्ले के खरीदे। इनमें से एक डिब्बे से जब रसगुल्ले खाए तो दो कार्यकर्ताओं की तबीयत अचानक खराब हो गई। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इसके बाद हिन्दू धर्मसेना के कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में रिलाइंस फ्रेश के बाहर नारेबाजी और हंगामा किया। पुलिस ने भी आकर कार्यकर्ताओं को समझाया और बात खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अमले तक भेजी गई।
खाद्य निरीक्षकों ने जब डिब्बे खुलवाए तो वे भी हैरान रह गए। डिब्बा बंद रसगुल्ले से बदबू आ रही थी और फफूंद भी लगी मिली। तत्काल पूरे स्टॉक को जब्त कर लिया गया। सिविल लाइन थाना में एफआईआर दर्ज की गई।
खाते ही उल्टियां हुईं
धर्मसेना के योगेश अग्रवाल ने पूरा घटनाक्रम बताया। सुबह 11 बजे स्टोर से कार्यकर्ताओं ने रसगुल्ले के डिब्बे खरीदे। एक डिब्बे को खोलकर उससे जब रसगुल्ले खाए तो दो कार्यकर्ताओं को उल्टियां होने लगीं। हालत खराब होने पर उन्हें कैंट अस्पताल ले जाना पड़ा।
इसके बाद सभी कार्यकर्ता दोपहर 1 बजे रिलाइंस फ्रेश स्टोर के सामने जा पहुंचे और स्टोर मैनेजर को इस बात की जानकारी दी। लेकिन उनकी बात को अनसुना करते ही कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी शुरु कर दी। मौके से ही योगेश अग्रवाल ने खाद्य विभाग को फोन किया और निरीक्षकों को बुलाया। सिविल लाइन पुलिस को भी बुलाया गया।
तो सैकड़ों होते बीमार
यदि समय रहते धर्मसेना कार्यकर्ता एक्शन नहीं लेते तो स्टोर में रखे 1 हजार रसगुल्ले बिकते और उसे खाने वाले भी बीमार पड़ते। खाद्य निरीक्षकों की मौके पर होने वाली जांच के बाद इसी बात को ध्यान में रखकर पूरे स्टॉक को जब्त कर लिया गया। अब बदबूदार रसगुल्लों के सैंपल जांच के लिए लैब भेजे जाएंगे। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बड़े स्टोर पर नहीं होती जांच
मिठाई विक्रेता संघ वाले भी इससे पहले ये शिकायत जिला प्रशासन से कर चुके हैं कि कभी मिठाई दुकानों से हटकर बड़े कंपनी वाले स्टोर की खाद्य सामग्री को लेकर जांच नहीं होती। लोगों के बीच सिर्फ मिठाई दुकानों को लेकर भ्रम फैलाया जाता है। इस बार ये बात सामने आ चुकी है कि कंपनी स्टोर में बिकने वाली सील बंद सामग्री भी घटिया क्वालिटी की हो सकती है।
बेचने व बनाने वालों पर प्रकरण
खाद्य निरीक्षक अम्बरीश दुबे ने बताया कि गुजरात के भावनगर की केन्स कंपनी के रसगुल्ले हैं। इस कंपनी और रिलाइंस फ्रेश स्टोर के खिलाफ नियमों के तहत प्रकरण कायम किया जाएगा। दोनों को नोटिस भी जारी होंगे।
कंपनी स्टोर में रखे रसगुल्लों की जांच की गई। डिब्बों के अंदर बदबू आ रही थी, इसलिए पूरे स्टॉक को जब्त कर लिया गया है। वहीं लैब में परीक्षण के लिए रसगुल्लों के सैंपल भेजे जा रहे हैं।
अंबरीश दुबे, निरीक्षक खाद्य एवं औषधि प्रशासन