नई दिल्ली। देश के कई बड़े बैंक ने सेविंग अकाउंट पर मिनिमम बैलेंस की लिमिट तय की हुई है, लेकिन देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई ने मिनिमम बैलेंस की शर्त को समाप्त करने का ऐलान कर दिया है। उसने एक नया फीचर शुरू किया है जिसे बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट एकाउंट यानी BSBD एकाउंट कहा गया है। इसके तहत यदि आप कोई नया खाता खुलवाते हैं या फिर अपने पुराने खाताधारक हैं तब भी इस फीचर का फायदा उठा सकते हैं। बता दें कि एसबीआई ने मिनिमम बैलेंस को लेकर खाताधारकों को राहत देते हुए यह बड़ी घोषणा बहुत पहले की थी, लेकिन ज्यादातर लोगों को इस बारे में जानकारी नहीं है। इस नए अकाउंट के तहत अकाउंट होल्डर्स को तमाम तरह की वैसी सुविधाएं मिल रही हैं जिस तरह की सुविधाएं अन्य सेविंग अकाउंट पर है।
इस खाते पर भी ये सारी सुविधाए
इसके लिए किसी तरह का मिनिमम या मैक्सिमम बैलेंस रखने की जरूरत नहीं है।
सालाना उतना ही ब्याज दिया जाता है जितना स्टेट बैंक के दूसरे बचत खातों पर मिलता है।
इस खाते पर भी दूसरे खातों की तरह रुपे डेबिट कार्ड और नेट बैंकिंग की सुविधा।
ऐसे खुलता है बैंक अकाउंट
SBI के BSBD एकाउंट को भी अन्य खातों की तरह आसानी से खोला जा सकता है, अन्य खातों की तरह इस खाते के लिए भी KYC नियमों का पूरा होना जरूरी है यह खाता सिंगल या ज्वाइंट खोला जा सकता है और स्टेट बैंक की देश में मौजूद सभी शाखाओं में इसे खोलने की सुविधा है।
BSBD एकाउंट के लिए ये शर्त
लेकिन इस खाते को खोलने के लिए बैंक की एक शर्त है। अगर यह एकाउंट आप खोलना चाहते है तो आपका कोई दूसरा बचत खाता नहीं होना चाहिए, अगर कोई सेविंग या बेसिक सेविंग एकाउंट है तो आपको उसे 4 हफ्ते के अंदर बंद कराना होगा।
बेसिक सेविंग अकाउंट में ट्रांसफर करने की दी सलाह
एसबीआई अपने ऐसे ग्राहकों के सेविंग अकाउंट को बेसिक सेविंग अकाउंट में ट्रांसफर करने की सलाह दे रहा है। इस अकाउंट में जीरो बैलेंस होने पर किसी तरह का कोई चार्ज नहीं कटता है। इस अकाउंट में खाताधारकों को केवस चेक बुक की सुविधा नहीं मिलती है।
क्या कहा था SBI ने
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने ट्वीट कर जानकारी दी थी कि, स्मॉल सेविंग्स बैंक अकाउंट्स, बेसिग सेविंग्स बैंक अकाउंट्स, जन धन अकाउंट और कॉरपोरेट सैलरी अकाउंट होल्डर्स को मिनिमम बैलेंस के नियम से बाहर रखा है।
मिनिमम बैलेंस की लिमिट 5000 से घटाकर 3000 रुपये की
एसबीआई ने सेविंग बैंक अकाउंट में न्यूनतम औसत मासिक शेष (एमएबी) को 5000 रुपये से घटाकर 3000 रुपये कर दिया है।
अप्रैल में बढ़ाए थे एसबीआई ने चार्ज
इस साल अप्रैल में एसबीआई ने 5 साल बाद नए सिरे से न्यूनतम मासिक शेष (मिनिमम बैलेंस) और चार्जेज को फिर से लागू किया था। महानगरों के लिए मिनिमम बैलेंस सीमा 5,000 रुपये रखी गई थी, वहीं शहरी और अर्द्धशहरी शाखाओं के लिए यह सीमा 3000 और 2000 रुपये और ग्रामीण शाखाओं के लिए 1000 रुपये रखी गई थी। बैंक ने कहा कि हमने महानगरों ओर शहरी केंद्रों को एक श्रेणी में रखने का फैसला किया है। इन क्षेत्रों में अब 3000 रुपये की सीमा लागू होगी।