
असल में, इन युवाओं का कहना है कि उनके साथ अन्याय किया जा रहा है। भर्ती में पारदर्शिता नहीं बरती जा रही है। भर्ती धांधली हो रही है। यह आरोप लगाकर नाराज युवकों ने मंगलवार को हंगामा शुरू किया। उन्होंने स्टेशन में जमकर उत्पाद मचाया। फूड मशीन तोड़ डाली, इसके बाद भर्ती सेंटर के बाहर भी तोड़फोड़ और पथराव की।
इस रैली भर्ती में 83 पदों के लिए हो रही भर्ती में करीब 25000 युवा पहुंचे हैं। रैली भर्ती में यूपी, बिहार और एमपी समेत कई प्रदेशों के युवक भाग ले रहे हैं। उनका कहना है कि बिहार और यूपी से हमें एमपी क्यों बुलाया गया है। हमारी भर्ती वहीं पर कराएं। तीन दिन से भूख प्यास में परेशान हैं। उन्होंने साफ तौर पर भर्ती में धांधली का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि हमारे दिन से युवक सड़क पर डेरा डाले हुए थे, उनका रुकने की जगह नहीं मिल रही थी।
शहर में नहीं बची रहने की जगह
इस तरह के अलग-अलग मकसद लेकर कई प्रदेशों के नौजवानों की जबलपुर की भर्ती रैली में जवान बनने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी है। हजारों की संख्या में कई प्रदेशों से आए उम्मीदवारों को ठहरने के लिए न तो धर्मशालाएं और लॉजेस तो क्या, पेड़ की छांव तक खाली नहीं बची है। सैकड़ों युवाओं को खुले आसमान में ही रात गुजारनी पड़ी। इंफेंट्री बटालियन के लिए जबलपुर स्टेशन में खुली भर्ती निकाली गई है। इसके लिए मप्र के अलावा बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, उड़ीसा, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के युवाओं को आमंत्रित किया गया है। हालांकि भर्ती रैली में अलग-अलग श्रेणियों के हिसाब से अगल-अलग दिन तय किए गए हैं, लेकिन इसके बावजूद युवाओं की भीड़ इतनी ज्यादा हो गई है कि इंदिरा गांधी ग्राउंड के आसपास पैर रखने की जगह नहीं।
इन पदों पर भर्ती
सेना में अलग-अलग पदों के लिए भर्ती निकाली गई है। इसमें 76 जनरल ड्यूटी सिपाही, 1 स्पेशल कुक सिपाही, उपकरण सुधारक 1, हाउस कीपर 2 तथा 3 पद लिपिक के लिए शामिल हैं। 7 नवंबर तक चलने वाली भर्ती प्रक्रिया में उम्मीदवारों को कई कठिन चरणों से गुजरना होगा।