भोपाल। भाजपा ने आधिकारिक रूप से चुनावी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इधर कांग्रेस भी पीछे नहीं रहना चाहती अत: अब कयासों की धुंध को छांटने का समय आ गया है। हाईकमान ने 14 नवम्बर को मध्यप्रदेश के तमाम दिग्गजों और उनके पीछे खड़े क्षेत्रीय क्षत्रपों को दिल्ली बुलाया है। माना जा रहा है कि इसी दिन मध्यप्रदेश को 4 हिस्सों में बांट दिया जाएगा और 4 प्रदेश कार्यकारिणी बनाई जाएंगी।
AICC में होने वाली बैठक में प्रदेश प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव दीपक बाबरिया मौजूद रहेंगे। इसके अलावा कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, सुरेश पचौरी, विवेक तन्खा, अरुण यादव, अजय सिंह और मीनाक्षी नटराजन भी बैठक में शामिल होंगी। इनमें से विवेक तन्खा अपनी बात के अलावा दिग्विजय सिंह का पक्ष भी रख सकते हैं।
माना जा रहा है कि कांग्रेस में मौजूद गुटबाजी का फायदा उठाने के लिए हाईकमान ने मध्यप्रदेश को 4 हिस्सों में बांटने का फैसला लिया है। इस तरह मध्यप्रदेश में 4 प्रदेश अध्यक्ष होंगे और उनकी अपनी कार्यकारिणियां होंगी। ज्यादा से ज्यादा कार्यकर्ताओं को पद दिए जा सकेंगे। प्रदेश अध्यक्ष अपने अपने क्षेत्र में चुनाव जिताने के लिए काम करेंगे। फिलहाल स्थिति यह है कि निमाण मालवा के लोकप्रिय अरुण यादव यदि अचानक चंबल में जाकर खड़े हो जाएं तो आम आदमी उन्हे पहचान तक नहीं पाएगा।