NEW DELHI : महानगरों में 20 मिनट में पिज्जा पहुंचाया जा सकता हैं, तो ज़रूरतमंदों को इमरजेंसी मेडिकल सेवा क्यों नहीं, दिल्ली की सड़कों पर नए साल से बाइक एंबुलेंस की शुरुआत हो जाएगी। एलजी अनिल बैजल ने गुरुवार को इससे संबंधित बैठक की समीक्षा की। एलजी ने बैठक के दौरान कहा कि राजधानी के ऐसे इलाके जहां एंबुलेंस पहुंचने में समय लग सकता है, वहां बाइक एंबुलेंस को भेजा जाएगा। मरीज को अस्पताल से पहले ही इलाज उपलब्ध कराना इसका मकसद होगा। फिलहाल इस पायलट प्रॉजेक्ट को पूर्वी दिल्ली में चलाया जाएगा और 16 बाइक एंबुलेंस सड़क पर दौड़ेंगी।
समीक्षा के दौरान एलजी को बताया गया कि भीड़-भाड़ वाले इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एंबुलेंस की तैनाती के पहले बाइक एंबुलेंस की जरूरत है। इसे ट्रेंड स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा चलाया जाएगा। वे अपने साथ प्राइमरी इलाज की किट और अन्य जरूरी सामान रखेंगे। चर्चा की गई कि इस वाहन के उपायोग से पीक आवर में जहां चार पहिया एंबुलेंस तुरंत नहीं पहुंच सकती वहां मदद दी जाएगी।
इससे 25 से 30 प्रतिशत मामलों में मरीज को अस्पताल ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके रखरखाव पर कम खर्च आता है। बाइक एंबुलेंस चलने से रेस्पॉन्स टाइम में सुधार आएगा। दुर्घटना वाली जगहों पर शुरुआती इलाज मिलेगा। मरीज के बचने की संभावना में बढ़ेगी।