निर्भय सिंह/पटना। मुकदमों के निष्पादन में पटना हाईकोर्ट ने इतिहास रच दिया है। साढ़े सात महीने के अंदर हाईकोर्ट में दाखिल किए गए 63,070 केस में से 62,061 मुकदमों का निष्पादन कर दिया गया। रिकॉर्ड में दर्ज होने वाली तो यह है कि न्यायाधीश डा. रविरंजन ने मात्र ढाई घंटे में 289 मामलों का निपटारा कर दिया। यह रिकॉर्ड आज तक किसी भी न्यायाधीश के नाम नहीं है। इससे पहले न्यायाधीश सुधीर सिंह द्वारा कुल 169 केस निपटाये गये थे।
मुख्य न्यायाधीश मेनन ने पटना हाईकोर्ट में 15 मार्च 2017 को योगदान दिया था। उसके बाद से वे शायद ही कभी भी अवकाश पर रहे। उनके काम करने के जुनून का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनके पटना हाईकोर्ट में योगदान देने के बाद से 30 अक्टूबर 2017 तक हाईकोर्ट में पंजीकृत हुए 63,070 केस में से 62,061 मुकदमे का निष्पादन कर दिया गया। हाईकोर्ट में आज रिकार्ड 1489 मुकदमे निपटा दिये गये।
किस दिन कितने मुकदमों का हुआ निष्पादन
13 जुलाई 2017 -- 1266
21 सितंबर 2017 --1056
17 अक्टूबर 2017 --1189 मुकदमे
9 नवंबर 2017 --1489
न्यायाधीश डा. रविरंजन ने भी केस के निपटारे में रचा इतिहास
न्यायाधीश रविरंजन की एकल पीठ में आज 300 जमानत संबंधी केस सूचीबद्ध किए गए। इसमें से 289 केस को अंतिम रूप से निपटा दिया गया। सिर्फ 11 केस वकील के नहीं रहने के कारण निष्पादित नहीं हो पाए। सबसे बड़ी बात यह रही कि सारे मामलों का निष्पादन महज ढाई घंटे में हो गया। उसके बाद उनकी केस सूची खाली पड़ गयी। प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी तक किसी जज द्वारा केस के निष्पादन का आंकड़ा सवा सौ के आसपास रहा है। केस के निष्पादन में दूसरे स्थान पर रहे न्यायाधीश सुधीर सिंह द्वारा कुल 169 केस निपटाये गये।