
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि विमुद्रीकरण के बाद केवल उन्हीं लोगों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी जिन्होंने अपने (स्किल) हुनर को नहीं बढ़ाया। ऐसे में नौकरियां जाने के पीछे नोटबैन नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी का ऐलान करने के एक साल होने पर मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में नोटबंदी के फायदे गिनाते हुए केंद्रीय मंत्री ने ये बात कही। रविशंकर प्रसाद ने नोटबंदी की वजह से रोजगार संकट पैदा होने की बात से साफ इनकार कर दिया। प्रसाद ने नैसकॉम और टीसीएस की रिपोर्ट्स का हवाला देकर रोजगार बढ़ने की भी बात कही।
रविशकंर प्रसाद ने साथ ही दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी लागू किए जाने के बाद देश में देह व्यापार में कमी आई है। उन्होंने कहा कि अब दलालों को नकद में भुगतान नहीं हो पाता है, जिससे वेश्यावृत्ति घटी है। हालांकि रविशंकर प्रसाद ने अपने इस दावे के समर्थन में कोई आंकड़ा नहीं पेश किया। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय की ओर से यह जानकारी दी गई है।
रविशंकर दिल्ली से भोपाल नोटबंदी के फायदे गिनाने पहुंचे थे। उन्होंने विस्तार से नोटबंदी के फायदे और उपलब्धियों पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने यूपीए सरकार के कार्यकाल में घोटालों के आरोप गिनवाए। साथ ही रविशंकर प्रसाद ने दावा किया कि मोदी के तीन साल के शासन में कोई घोटाला नहीं हुआ है।