व्यापार, वाणिज्य, बुद्धि तथा समस्त प्रकार के संचार के स्वामी बुध महाराज वृश्चिक राशि मॆ आ चुके हैं। हालांकि 7 नवम्बर तक ये अस्त है लेकिन 7 तारीख के बाद उदय होकर मार्गी चलेंगे। 16 तारीख के बाद भगवान सूर्य इनके साथ आकर 24 नवम्बर तक साथ रहेंगे। तब तक मंगल महाराज से इनका राशि परिवर्तन कन्या राशि और वृश्चिक राशि के बीच रहेगा। आइये देखते है बुध महाराज का यह भ्रमण विश्व व्यापार तथा सभी राशियों को क्या फल देनेवाला है। व्यापार मॆ आ रही जटिल समस्यायों के निवारण के लिये कार्य होगा। संचार के क्षेत्र मॆ अनुकुल बदलाव होंगे। शिक्षा के क्षेत्र मॆ नये कार्यों के योग। विद्यार्थी वर्ग के लिये शुभ समय।
*मेष*-स्वास्थ्य सम्बंधी समस्याओं का निराकरण होगा,वित्तीय समस्याओं के निराकरण मॆ समय व्यतीत होगा।
*वृषभ*-व्यापार परिवार मॆ शुभ परिणाम प्राप्त होंगे, आर्थिक क्षेत्र मॆ सफलताओं का योग।
*मिथुन*-भूमि भवन से जुड़े लेनदेन मॆ सावधानी बरतें,आर्थिक लेनदेन के लिये समय ठीक नही।
*कर्क*-व्यापारिक यात्रा खेलकूद साहसिक कार्यों मॆ सफलताओं के योग।
*सिंह*-भूमि भवन सम्बंधी कार्यों मॆ लाभ का योग,आर्थिक लेनदेन के लिये शुभ समय।
*कन्या*-साहसिक कार्यों को सोच समझकर करें,व्यर्थ का जोखिम मोल न लें।
*तुला*-जटिल आर्थिक प्रकरणों मॆ लाभ का योग,उत्तम वाणी से व्यापारिक लाभ का योग।
*वृश्चिक*-गुप्त रूप से धनलाभ का योग,जटिल आर्थिक कार्यों मॆ सफलता प्राप्त होगी।
*धनु*-शिक्षा तथा व्यापार विस्तार आदि के लिये यात्रा का योग,व्यर्थ को वार्ता से मौन अच्छा।
*मकर*-व्यापार मॆ लाभ वित्तीय संसथाओ से विशेष सहयोग प्राप्त होगा।
*कुम्भ*-गूढ़ जटिल खोजपूर्ण कार्यों मॆ सफलता प्राप्ति के योग,शिक्षा के क्षेत्र मॆ शुभ समय।
*मीन*-दैनिक व्यापार मॆ लाभ प्राप्ति का योग,साझीदार से मदद मिलेगी।
*प.चंद्रशेखर नेमा "हिमांशु"*
9893280184,7000460931