इंदौर। सांची के दूध में मिलावट के बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है। सांची के अफसर और विधायक लिखी फॉर्च्यूनर कार से घूमने वाले एक ठेकेदार समेत पूरा रैकेट इसके लिए काम करता था। ये लोग सांची दूध के टैंकर्स से दूध निकालकर उसमें सोडियम क्लोराइड केमिकल वाला पानी मिला देते थे। पुलिस ने रैकेट के सरगना एवं मिल्क ट्रांसपोर्ट ठेकेदार सुखविंदर सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है जबकि सांची ने प्लांट के लैब इंचार्ज सहित दो कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है। सांची के अधिकारियों ने आनन फानन कार्रवाई करते हुए ठेकेदार को भी ब्लैकलिस्टेड कर दिया है।
ये है पूरा मामला
मंगलवार देर रात पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को पकड़ा, जो टैंकर से शुद्ध दूध निकालकर उसकी जगह केमिकल मिला हुआ पानी भर देते थे। यही मिलावट वाला दूध घरों तक पहुंचता था। पिपलिया राव का रहने वाला सुखविंदर सिंह उर्फ बंटी इस गिरोह का सरगना है। जो सांची में बड़ा कॉन्ट्रैक्टर है। उसके पास से विधायक लिखी फॉर्च्यूनर भी जब्त की गई है। पूरे मामले में पुलिस ने सांची के अफसरों की मिलीभगत की बात कही थी।
जानकारी मिली है कि मांगलिया इलाके में लंबे समय से नकली केमिकल से दूध तैयार करने का रैकेट संचालित हो रहा था। लसूड़िया पुलिस ने दो गोदामों के बीच संचालित हो रहे इस रैकेट से जुड़े सात आरोपियों को पकड़ा था। बंटी के छह टैंकर दूध सप्लाई के लिए सांची में अटैच हैं। केमिकल से दूध बनाने के मामले में सुखविंदर पीथमपुर में भी पकड़ाया जा चुका है। अन्य गिरफ्तार आरोपियों में जसबीर सिंह, जोधा सिंह, राकेश, जितेंद्र, जीतू सिंह, रफीक शामिल हैं। डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र के मुताबिक आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
टैंकर से चुराते थे दूध, मिलाते थे केमिकल वाला पानी
गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि टैंकर को सांची प्लांट में जाने से पहले ही रोक लिया जाता था। उस पर लगी सील तोड़कर 12 हजार लीटर के टैंकर में से 3 हजार लीटर दूध चुरा लेते थे। रिकवरी के लिए इतनी ही मात्रा में सोडियम क्लोराइड मिला हुआ पानी भर देते थे। इससे दूध का फैट बढ़ जाता था। यही मिलावटी दूध सांची के प्लांट में भेजा जाता था। प्लांट में दूध की शुद्धता जांचने के लिए ये लोग पहले से ही बाल्टी भरकर दूध रख लेते थे।