टीकमगढ। सागर लोकायुक्त पुलिस की लगातार छापामार कार्रवाई से अधिकारियों कर्मचारियों में हडकंप मचा हुआ है। अभी निवाडी बीआरसीसी का मामला लोग भूल भी नही पाये थे कि सागर लोकायुक्त पुलिस ने कार्रवाई करते हुये एक पंचायत सचिव और पंचायत एपीओ को रिश्वत लेते हुये रंगे हाथो गिरफ्तार कर लिया। पंचायत सचिव और एपीओ हितग्राही किसान से मनरेगा के कुॅआ के भुगतान के एवज में रिश्वत मांग रहा था। जैसे ही सागर पुलिस ने दोनों को पकड़ा तो सकपका गया और पंचायत सचिव रोने लगा और बोला कि यह रिश्वत मुझे मजबूरी में लेनी पडती है। जनपद सीईओ सहित जिला प्रशासन को देना पडती है, घूस।
मिली जानकारी के अनुसार जनपद पंचयात बल्देवगढ में पदस्थ एपीओ विजयी तिवारी और हृदयगनर पंचयात में पदस्थ सचिव जागेश्वर हितग्राही किसान जानकी प्रसाद से मनरेगा कुॅआ के भुगतान के एवज में 3 हजार रूपये कि रिश्वत मांग रहा था। हितग्राही ने इसकी शिकायत सागर लोकायुक्त पुलिस के पास की। जॉच उपरांत शिकायत सही पाई गई। सागर लोकायुक्त पुलिस ने अपनी टीम के साथ बल्देवगढ पंचयात में छापामार कार्रवाई कर पंचयात सचिव जागेश्वर पंचायत एपीओ विजयी तिवारी को रंगे हाथो रिश्वत लेते हुये गिरफ्तार कर लिया।
जैसे ही दोनो को सागर लोकायुक्त पुलिस ने कार्रवाई करते हुये पकडा दोनो सकपका गये और पंचयात सचिव जागेश्वर रोने लगा और बोला यह रिश्वत मुझे मजबूरी में लेनी पडती है। जनपद सीईओ से लेकर जिला प्रशासन को देनी पडती है। माजरा जो भी हो लेकिन सच्चाई के अश्क पंचायत सचिव के छलक गये।
जिला में लगातार एक के बाद एक सागर लोकायुक्त पुलिस की छापामार कार्रवाई से यह तो सिद्ध हो गया है। कि जिला में नीचे से लेकर ऊपर तक भ्रष्टाचार की जडे मजबूत हो गई। भ्रष्टाचार की जडो को सत्ताधारी पार्टी के नेता बिधायक सीच रहे है। जिससे अधिकारी कर्मचारी अपनी हरकतो से बाज नही आ रहे है। और भ्रष्टाचार कमने की जगह दिन प्रतिदिन बढता ही जा रहा है।