भोपाल। नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी (एनएलआईयू) भोपाल में 10 साल पुराने डायरेक्टर प्रो. एसएस सिंह के खिलाफ छात्रों का विरोध प्रदर्शन तीसरे दिन भी जारी रहा। वो गुरूवार से धरने पर बैठे हैं। सारी रात वहीं डटे रहे। शुक्रवार को सांसद आलोक संजर और विधायक रामेश्वर शर्मा पहुंचे। शनिवार को भी धरना जारी रहा। एसडीएम और सीएसपी छात्रों को मनाने पहुंचे परंतु उनकी कोशिशें भी नाकाम हो गईं। डायेक्टर सिंह पर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने एवं छात्राओं को अपमानजनक शब्दों से संबोधित करने का आरोप है।
लाइब्रेरी पर कब्जा कर लिया
शनिवार को एसडीएम और सीएसपी छात्रों को मनाने पहुंचे थे, लेकिन उन्हें वापस लौटा दिया गया। इस बीच तीन दिन से प्रदर्शन कर रहे छात्रों के समर्थन में अब पेरेंट्स और पूर्व छात्र भी आने लगे हैं। शनिवार को छात्रों ने ई-मेल के माध्यम से अभिभावकों को संस्थान में चल रहे घटनाक्रम की जानकारी दी। वे सोशल मीडिया पर बातें अपडेट कर रहे हैं। छात्र-छात्राएं शनिवार को भी हॉस्टल के बाहर कैंपस में ही गेट के सामने धरने पर बैठे रहे। छात्रों ने शनिवार को लाइब्रेरी बंद नहीं होने दी। शाम पांच बजे जब स्टाफ लाइब्रेरी बंद करने पहुंचा तो छात्र अंदर जाकर बैठ गए।
एसडीएम और सीएसपी को देखकर भड़के छात्र
छात्र संस्थान में चल रही अनियमितताओं, वित्तीय मामलों में पारदर्शिता की कमी, जातिवाद और छात्राओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने, अवकाश नहीं देने जैसे आरोपों को लेकर डायरेक्टर से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। छात्रों का धरना प्रदर्शन खत्म कराने के लिए शनिवार को एसडीएम अतुल सिंह और सीएसपी गोपाल सिंह एनएलआईयू पहुंचे थे। छात्रो ने प्रबंधन पर धरना समाप्त करने लिए प्रशासन की ओर से दबाव बनाने का आरोप लगाया है।
रात एक बजे तक खोलें लाइब्रेरी
स्टाफ के मुताबिक प्रबंधन द्वारा मांगों को नजरअंदाज करने और चर्चा नहीं करने से छात्रों की नाराजगी बढ़ने लगी है। छात्रों ने शनिवार की एक मांग कर दी, जिसमें लाइब्रेरी का खुलने का समय रात नौ बजे से बढ़ाकर रात एक बजे तक करना है लेकिन प्रबंधन ने सुरक्षा कारणों से इस मांग को मानने से इंकार कर दिया है।