नई दिल्ली। संजय लीला भंसाली की बॉलीवुड फिल्म पद्मावती भाजपा के लिए सिरदर्द बनी हुई है। भाजपा को डर है कि यदि फिल्म रिलीज हो गई तो गुजरात में भाजपा को नुक्सान होगा। इसी के चलते भाजपा के दिग्गज नेताओं ने योजनाबद्ध तरीके से पद्मावती के खिलाफ बयान जारी किए। इधर सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई गई परंतु कोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया है।
खबरों के अनुसार अदालत ने कहा कि फिल्म अभी सेंसर बोर्ड के पास ही नहीं पहुंची है और इसे अभी सर्टिफिकेट नहीं मिला है। ऐसे में इसके रिलीज होने से पहले इसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकती। बता दें कि सिद्धराज सिंह ने फिल्म के खिलाफ याचिका लगाते हुए इस बात की आशंका जताई थी कि इसमें पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी को लेकर दिखाए गए दृश्यों के कारण राजपूत समाज की भावनाएं आहत हो सकती हैं।
ऐसे में समाज के लोगों को इस बात की इजाजत दी जाए कि वो रीलीज से पहले इसे देख सकें।बता दें कि इस फिल्म को लेकर शुरू से ही विवाद चला आ रहा है। फिल्म का गाना रिलीज होने के बाद इस बात पर भी आपत्ति जताते हुए कहा गया था कि इसमें तथ्यों से छेड़छाड़ की गई है। आरोप है कि भंसाली ने फिल्म में रानी पद्मावती को घूमर करते दिखाया है लेकिन असल में राजघराने की रानियां घूमर और ठुमके नहीं लगाती थीं।
@shahidkapoor❤— Anmol_Ratan_Singh👸 (@shahid_precious) October 27, 2017
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