भोपाल। इधर कांग्रेस में यह तय नहीं है कि प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा और उधर भाजपा ने विधानसभा चुनाव 2018 के लिए वॉर रूम का विधिवत शुभारंभ कर दिया। सीएम शिवराज सिंह ने पूजा अर्चना करके उद्घाटन किया। यही वह स्थान है जहां से कांग्रेस पर हमले किए जाएंगे। शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया पर अपना नेटवर्क पहले से ही मजबूत कर लिया है। गांव गांव में शिवराज के सिपाही मौजूद हैं। अमित शाह ने इस बार शिवराज सिंह को 200 से ज्यादा सीटों का टारगेट दिया है। मध्यप्रदेश में कुल 230 सीटें हैं। इसके लिए सीएम शिवराज ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इसी कड़ी में शुक्रवार को भोपाल बीजेपी ऑफिस में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विधिवत पूजापाठ करके इलेक्शन वॉर रूम का उद्घाटन किया।
2018 में जीतेंगे: शिवराज
इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए भारत का संकल्प लिया है, जिसमें मध्यप्रदेश उनका पूरा साथ देगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश और देश में विकास और जनता का कल्याण बीजेपी सरकार द्वारा किया जा रहा है। सीएम ने कहा कि 2018 में विधानसभा चुनाव है और बीजेपी हमेशा अपने कार्यकर्ताओं के परिश्रम के आधार पर जनता का आशीर्वाद प्राप्त करती है।
उद्घाटन के बाद अनौपचारिक बैठक
इलेक्शन वॉर रूम के उद्घाटन के बाद अनौपचारिक बैठक भी ली गई। जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी पदाधिकारियों से पूरे समर्पण, समन्वय और एकजुटता के साथ काम करने की अपील की, ताकि 2018 के चुनाव में प्रदेश में बीजेपी चौथी बार सरकार बना सके। साथ ही उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता सिर्फ विधानसभा चुनाव की ही तैयारी ना करें बल्कि 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भी जुट जाएं ताकि केंद्र में भी बीजेपी की सरकार बन सके।
चुनाव प्रबंधन सेल का भी गठन
बीजेपी ऑफिस में इलेक्शन वॉर रूम के साथ ही चुनाव प्रबंधन सेल का भी गठन किया गया है। जिसमें मंत्री नरोत्तम मिश्रा, राजेंद्र शुक्ल, उमाशंकर गुप्ता, भूपेंद्र सिंह, रामपाल सिंह, जयंत मलैया, प्रदेश उपाध्यक्ष विजेश लूनावत, महामंत्री मनोहर ऊंटवाल, वीडी शर्मा, अजय प्रताप सिंह, बंशीलाल गुर्जर और कार्यालय मंत्री राजेंद्र सिंह को शामिल किया गया है।
शनिवार को पहली बैठक
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह और प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत समन्वय का काम देखेंगे। प्रदेश चुनाव प्रबंधन सेल की पहली बैठक शनिवार सुबह 11 बजे रखी गई है। इस बैठक में चुनाव प्रबंधन सेल के सदस्य चुनावी रणनीति तय करेंगे। इसमें जिलास्तर पर किस तरह काम करना है इस पर विचार किया जाएगा।
पिछले विधानसभा चुनाव में ये थे परिणाम
2013 के मध्यप्रदेश विधानसभा चुनावों में 230 सीटों में से बीजेपी ने 165 सीटों पर जीत हासिल की थी, वहीं कांग्रेस को 58 सीटों से संतोष करना पड़ा था। वहीं बसपा को 4 सीटें मिली थीं और 3 सीटें अन्य के खाते में गईं थीं। वहीं अब भारतीय जनता पार्टी ने 230 में से 200 सीटें जीतने का टारगेट रखा है।