भोपाल। एक आम आदमी यदि बिना हेलमेट चौराहे पर आ जाए तो सिस्टम उसके सामने ऐसे आ खड़ा होता है जैसे उसी ने आज का सबसे बड़ा गुनाह किया है। वहीं ये हाईप्रोफाइल लोग किसी की मौत का कारण भी बन जाएं तो लिखा पढ़ी में ऐसा हेरफेर किया जाता है कि फरियादी भी कंफ्यूज रह जाता है और वो भी आसानी से बचकर निकल जाते हैं। भोपाल गैंगरेप मामले में फर्जी मेडिकल रिपोर्ट बनाने वाली जूनियर डॉ. खुशबू गजभिए और सीनियर रेजिडेंट डॉ. संयोगिता सेहलम को बचाने के लिए भी कुछ इसी तरह की साजिश शुरू हो गई है। कोशिश की जा रही है कि पूरे मामले को Oh Sorry! कहकर खत्म कर दिया जाए। याद दिला दें कि मामला गैंगरेप को सहमति के साथ सेक्स लिखने का है। इस रिपोर्ट के कारण आरोपियों को कोर्ट में फायदा मिलेगा और पीड़िता को न्याय मिलने में देरी होगी या फिर शायद न्याय मिल ही ना पाए।
इस मामले में सुल्तानिया अस्पताल के डॉक्टरों ने केस हिस्ट्री ही बदल दी। मामला खुला तो एक जूनियर डॉक्टर पर जिम्मेदारी डाल दी गई। इस लापरवाही पर अस्पताल की सीनियर रेजिडेंट डॉ. संयोगिता सेहलम और जूनियर डॉ. खुशबू गजभिए को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। केस हिस्ट्री में पीड़िता की जगह ‘आरोपी’ और ‘विदआऊट’ के स्थान पर ‘विद हर कन्सर्न’ लिख दिया। 30 घंटे के बाद एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. वरूणा पाठक ने कमेंट्स के दौरान गलती पकड़ी। डाॅ. खुशबू का कहना है कि गलती मेरी है, मैंने फाइनल रिपोर्ट अप्रूव्ड नहीं कराई थी।
रिपोर्ट सही जारी हुई ... गलती हिस्ट्री लिखने में हुई
स्त्री रोग विभाग की प्रोफेसर डॉ. अरुणा कुमार ने बताया कि मेडिकल रिपोर्ट ड्यूटी डॉक्टर ने सही जारी की है। रिपोर्ट में कोई गलती नहीं हुई है। छात्रा की मेडिकल रिपोर्ट बनाने वाली इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डॉ. खुशबू ने केस हिस्ट्री लिखने में दो जगह गलती की है। जबकि उसने यूनिट के सीनियर रेसीडेंट डॉ. संयोगिता सेहलम से रफ रिपोर्ट अप्रूव्ड कराई थी। दूसरी ओर, पीड़िता की मां का कहना है कि मेडिकल रिपोर्ट लिखने के दौरान डॉक्टर एक-एक स्पेलिंग बेटी से पूछ रही थी। ऐसे डॉक्टर कैसे होंगे, जिन्हें अंग्रेजी ही नहीं आती।
कहा-ड्राफ्टिंग में हुई क्लेरीकल मिस्टेक
सुल्तानिया अस्पताल अधीक्षक डॉ. करन पीपरे ने बताया मेडिकल रिपेार्ट में डॉ. खुशबू गजभिए से क्लेरिकल गलती हुई है। केस हिस्ट्री में दो स्थानों पर लिखने में गलती की है। दूसरी मेडिकल रिपोर्ट जीआरपी को भेज दी गई है और डॉ. खुशबू और डॉ. स्वाति को कारण बताओ नोटिस दिया गया है।
जीआरपी ने मांगा स्पष्टीकरण
मेडिकल रिपोर्ट में गलत जानकारी देने के मामले में जीआरपी ने डाॅ. करण पीपरे को नोटिस भेजा है। डॉ. पीपरे से 5 बिंदुओं पर स्पष्टीकरण मांगा गया है। जीआरपी द्वारा जारी नोटिस डॉ. पीपरे को गुरुवार दोपहर 3 बजे मिला है। इसकी पुष्टि डॉ. पीपरे ने खुद की है।
जीआरपी ने अस्पताल अधीक्षक से रिपोर्ट पर लिखित में मांगा स्पष्टीकरण
सुल्तानिया अस्पताल अधीक्षक ने रिपोर्ट में हुई गड़बड़ी मानवीय भूल बताया
जीएमसी से एमडी गायनेकोलॉजी की पढ़ाई कर रही डॉ. खुशबू ने जारी की रिपोर्ट।