नई दिल्ली। पेटीम का नाम पेटीम क्यों रखा गया यह तो उसके मालिक ही जानें परंतु एक अनुमान है यह जरूर पेपाल से प्रेरित होकर ही रखा गया होगा। डिजिटल पेमेंट के बाजार में दुनिया का सबसे पुराना और सबसे बड़ा खिलाड़ी पेपाल अब भारत आ रहा है। स्वभाविक है पेपाल भारत की आॅनलाइन पेमेंट सर्विस पेटीएम, मोबिक्विक और अमेजन पे के लिए खतरा साबित होगा। बता दें कि पेपाल से पेमेंट करने के लिए आपको सिर्फ ईमेल एड्रेस की जरूरत होती है।
ग्राहकों को मिलेगी 180 दिन की सुरक्षा
देखा जाए तो भारत में पहले से ऑनलाइन भुगतान के लिए कई प्लेटफॉर्म्स मौजूद हैं। ऐसे में पेपाल का भारत में कारोबार करना मौजूदा कंपनियों के लिए मुश्किल भरा हो सकता है। आपको बता दें कि पेपाल भारत में क्रेता-विक्रेता के लिए प्रोटेक्शन लेकर आया है। इसके तहत PayPal ने भारत में बायर और सेलर प्रोटेक्शन लेकर आया है। इसके तहत 180 दिन की डिस्प्यूट सेटलमेंट विंडो उपलब्ध कारई जाएगी। इसमें अगर कोई सेलर ग्राहक की तरफ से खरीदे गए प्रोडक्ट की आपूर्ति नहीं करता है तो पेपाल ग्राहक को उनका पूरा पैसा वापस कर देगी।
कॉल सेंटर शुरू
पेपाल के एपीएसी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और जनरल मैनेजर रोहन महादेवन ने कहा कि वो भारत में तेजी से बढ़ रहे डिजिटल भुगतान का हिस्सा बनना चाहते हैं। साथ ही यह बताया कि कंपनी ने भारत में अलग-अलग भाषाओं के कॉल सेंटर खोलने की भी शुरुआत कर दी है।
पेटीएम ने की BHIM UPI की घोषणा:
ने अपने प्लेटफॉर्म पर सरकार के BHIM UPI को लाने की घोषणा की है। कंपनी ने बताया कि यूजर्स पेटीएम एप के जरिए UPI ID बना पाएंगे। इसके जरिए यूजर्स पैसे भेज और प्राप्त कर पाएंगे। आपको बता दें कि पेटीएम भीम UPI ID सभी बैंकों व भीम यूपीआई एप्स में स्वीकार किया जाएगा। इसे एंड्रॉयड पर उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं, जल्द ही इसे iOS पर भी जारी किया जाएगा।