नई दिल्ली। भारत सरकार के पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा के बेटे जयंत सिन्हा का नाम पैराडाइज पेपर में आ गया है। इस मामले में जांच की बात की जा रही है। इसी बीच यशवंत सिन्हा ने गुगली डाल दी है। उनका कहना है कि पैराडाइज पेपर में आए हर नाम की जांच होनी चाहिए लेकिन अमित शाह के बेटे जय शाह की भी तो जांच होनी चाहिए। उसके मामले में क्यों कहा जा रहा है कि कोर्ट में सबूत पेश करो। याद दिला दें कि जय शाह पर आरोप है कि उन्होंने एक कंपनी बनाई जो घाटे में चल रही थी। केंद्र में मोदी सरकार बनते ही यह कंपनी भारी मुनाफे में आई और फिर मुनाफे के वक्त ही बंद कर दी गई। सवाल उठाए गए हैं कि ऐसा क्यों हुआ। इसकी जांच होनी चाहिए। अमित शाह का कहना है कि हमने मानहानि का मुकदमा ठोक दिया है। जिसके पास सबूत हैं कोर्ट में पेश करे।
पूर्व वित्तमंत्री ने कहा कि अगर जयंत सिन्हा की जांच हो तो साथ ही साथ जय शाह के खिलाफ भी जांच होनी चाहिए। यशवंत सिन्हा इन दिनों पटना में है और उन्होंने कहा कि मेरा सरकार से निवेदन है कि जिन राजनेताओं के नाम पैराडाइज पेपर में आए है उसकी पहले जांच हो और 15 दिन एक महीना के भीतर सरकार ये बताए कि जिन राजनेताओं के नाम आए है वो दोषी है या नहीं लेकिन अगर जयंत सिन्हा के खिलाफ जांच हो रही है तो जय शाह के खिलाफ जांच क्यों नहीं होगी, उसको तो कहा जा रहा है कि कोर्ट में जाकर मुकदमा करो। मेरी मांग है कि सब की जांच होनी चाहिए।
गौरतलब है कि इन दिनों भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा अपने बयान से बिहार और केंद्र की राजनीति गरमा दिया है। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बयान देने से भी नहीं चूक रहे हैं। पिछले दिनों जहां उन्होंने नोटबंदी से लेकर जीएसटी तक पर अपनी बेबाक टिप्पणी की है। यशवंत सिन्हा ऐसे बयानों से पीछे नहीं रहे। पटना पहुंचने पर यशवंत सिन्हा ने एक बार फिर से नोटबंदी पर अपनी भड़ास निकाली और केंद्र पर ताना मारते हुए कहा कि नोटबंदी पर जश्न मनाने जैसी कोई बात नहीं है।
भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने यह भी कहा कि आंकड़ों के बाद ही पता चलेगा कि देश में कितना कालाधन आया। ऐसे केवल हवा में बयानबाजी से इसका रिजल्ट हम नहीं दे सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जबर्दस्ती किसी को हम यह नहीं कह सकते हैं कि आपके पास कालाधन है। गौरतलब है कि पिछले दिनों उन्होंने जीएसटी को लेकर वित्त मंत्री अरुण जेटली पर भी जमकर निशाना साधा था।