भोपाल। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की भोपाल यात्रा के दौरान संत रामपाल की रिहाई की मांग उठी। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपने भाषण के दौरान जनता की मांग पर कहा कि राष्ट्रपतिजी और हमने आप सबकी बात सुन ली है, हम चाहते हैं कि न्याय सबके लिए बराबर रहे। संत रामपाल की रिहाई की मांग को लेकर समर्थक बैनर लेकर आए थे। सीएम ने सभी की मांग पर राष्ट्रपति को ज्ञापन सौपा।
मध्यप्रदेश के दो दिवसीय प्रवास पर शुक्रवार दोपहर भोपाल पहुंचे। लाल परेड मैदान में आयोजित सद्गुरु कबीर प्रगटोत्सव में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। राष्ट्रपति ने कहा कि मेरे लिए मध्यप्रदेश नया नहीं है, मैं पहले हर साल चार-चार बार आता था। उन्होंने कहा कि इस धरती से अटल बिहारी बाजपेयी से लेकर लता मंगेशकर तक अनेक रत्न निकले हैं।
नानाजी देशमुख को याद करते हुए उन्होंने मृत्यु के बाद अपनी देह भी दान कर दी। राष्ट्रपति ने कहा अंधविश्वासों को खत्म करना सही मायनों में आधुनिकता है, यही कबीर ने किया था। इस दौरान राज्यपाल ओपी कोहली और सीएम शिवराज सिंह चौहान भी शामिल थे। सीएम की पत्नी साधना सिंह ने राष्ट्रपति की पत्नी साधाना कोविंद को चंदेरी की साड़ी भेंटकर उनका स्वागत किया। राष्ट्रपति का यह पहला मध्यप्रदेश दौरा है।
रामपाल की रिहाई की उठी मांग
सीएम शिवराज सिंह चौहान के भाषण के दौरान संत रामपाल की रिहाई की मांग उठी। सीएम ने भाषण के दौरान जनता की मांग पर कहा कि राष्ट्रपति और हमने आप सबकी बात सुन ली है, हम चाहते हैं कि न्याय सबके लिए बराबर रहे। संत रामपाल की रिहाई की मांग को लेकर समर्थक बैनर लेकर आए थे। सीएम ने सभी की मांग पर राष्ट्रपति को ज्ञापन सौपा। मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना में कबीर की जीवन स्थली भी शामिल होगी। कबीर भजन मंडली को इकतारा खरीदने में सरकार मदद करेगी।
सीएम ने कहा कि रामनाथ कोविंद का जीवन पारदर्शी प्रमाणिकता के साथ भरा हुआ है। 2002 में संयुक्त राष्ट्र में दिया गया भाषण कई लोगों के लिए प्रेरणा है। अगले 4 साल में अनुसूचित जाति सहित कोई भी वर्ग का का गरीब कच्चे मकान में नहीं रहेगा। सबको पक्के मकान दिए जाएंगे।