इंदौर। प्रशासनिक संकुल में हुए कम्प्यूटर आॅपरेटर भर्ती घोटाले में कलेक्टर ने एसडीएम अजीत श्रीवास्तव समेत चार अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। सभी से सात दिन में जवाब मांगा गया है है। बताया जा रहा है कि स्क्रूटनी में लापरवाही के कारण इन अफसरों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है। दैनिक भास्कर के टेबलॉयड डीबीस्टार ने 27 अक्टूबर को मामले का खुलासा किया था। स्थापना शाखा प्रभारी अतिरिक्त कलेक्टर रुचिका चौहान ने मामले की जांच करवाई थी।
जांच में यह पाया गया कि स्थापना विभाग की स्क्रूटनी कमेटी ने डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में लापरवाही बरती थी। पीईबी से चयनित ऑपरेटरों के दस्तावेज ठीक से नहीं जांचे गए थे। छह ऑपरेटर नियम विरूद्ध नियुक्त कर लिए गए थे। इस वजह से पात्र उम्मीदवार नौकरी से वंचित रह गए। एडीएम ने सभी छह अपात्र ऑपरेटरों को सेवा से पृथक करने का निर्णय लिया था।
जांच रिपोर्ट के आधार पर कलेक्टर ने स्क्रूटनी कमेटी में शामिल तत्कालीन एसडीएम अजीत श्रीवास्तव एवं बिहारी सिंह के साथ ही ई-गवर्नेंस प्रभारी राजाराम पाटीदार और राजस्व अधीक्षक सीताराम भील को 8 नवंबर को शोकॉज नोटिस जारी किया है।