
महिलाओं के लिये
यह वर्ष इस राशि की महिलाओ के लिये मिला जुला फल देने वाला है। यदि आप अविवाहित है तो विवाह के योग बनेंगे। नौकरी रोजगार मे सफलता प्राप्त होगी लेकिन यदि आप शादीशुदा है तो आपके जीवनसाथी की ओर से सामान्य समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। इस समय आपको संयम व विवेक द्वारा कठिन समय को निकालना होगा। साझीदारी व्यापार के लिये यह समय ठीक नही, रोग, ऋण शत्रु का नाश होगा। वरिष्ठ लोगो की कृपा होगी।
व्यापारी वर्ग
इस राशि के व्यापारियों के लिये समय शुभ है। नवीन कार्यों का विस्तार होगा। साझीदारी से जुड़े कार्यों मे विवाद का योग, आर्थिक ऋण से जुड़ी समस्या हल होगी, आर्थिक लेनदेन सामजिक स्थिति मे सुधार होगा, धन प्राप्ति आसानी से होगी, आपके कार्यों मे सरकार का सहयोग मिलेगा, नये कामों की शुरुआत भी हो सकती है। कामकाज मे वृद्धि के योग, वरिष्ठ लोगो की कृपा प्राप्त होगी,नई योजनाओं का विस्तार होने का योग है, समय शुभ है, इसका लाभ उठाए।
कर्मचारी वर्ग
इस वर्ग के लिये यह वर्ष अत्यंत अनुकुल है,भाग्य से पदोन्नति के योग,स्वयं के कार्यक्षेत्र मे उन्नति और प्रतिष्ठा वृद्धि के योग, विवादों से दूर रहें अन्यथा छवि खराब हो सकती है,किसी पुराने प्रकरण मे निर्णय आपके पक्ष मे हो सकता है, महत्वपूर्ण कार्यों मे सफलता प्राप्त होगी, साझीदारी से जुड़े कार्यों मे विशेष असफलता प्राप्त होगी।
विद्यार्थी वर्ग
इस वर्ष आपको शिक्षा के क्षेत्र मे विशेष उन्नति के योग है, शनि का पंचम भाव से हटना शिक्षा के क्षेत्र मे बाधाओं के हटने जैसा है, पढ़ाई मे मन एकाग्र करें, सोशल मीडिया से दूरी बनायें अन्यथा व्यर्थ की परेशानी गले पड़ेगी, उच्च शिक्षा ले लिये किये गये प्रयास सफल होंगे।
स्वास्थ्य
सप्तम भाव का केतु जोडो मे दर्द गुप्त रोग तथा अज्ञात बीमारियों से आपको पीडित कर सकता है, वैसे छठा शनि सभी प्रकार की समस्याओं को दूर करने मे समर्थ है इसीलिये चिंता की कोई बात नही किसी भी प्रकार की स्वास्थय सम्बंधी परेशानी मे शांति बनाये रखने तथा आहार विहार मे सुधार रखने से ही लाभ होगा। यह वर्ष आपके स्वास्थय को अत्यंत अनुकुल रखेगा, पुराने रोगों मे सुधार भी होगा।
वास्तु और दिशा
इस राशि के लिये उत्तर और पूर्वोत्तर दिशा अत्यंत शुभ होती है। चौथा गुरु इस समय आपके लिये इस दिशा ले अनुकुल होने के संकेत दे रहा है। इस वर्ष आपके सभी ग्रह अत्यंत अनुकुल स्थिति मे है, सभी दिशाओं मे जाकर कार्य कर सकते है। आपके लिये समय विशेष लाभदायक है, दक्षिण पश्चिम दिशा मे भी आप सफल होकर लौटेंगे।
पूजा पाठ, इष्ट आराधना
भगवान शिव भोलेनाथ तथा भगवान दत्तात्रेय साइँ बाबा सभी गुरुओं की पूजा आपको विशेष लाभ देंगी,इसके अलावा आप भैरवजी की भी विशेष पूजा करें।
प.चंद्रशेखर नेमा"हिमांशु"
9893280184,7000460931