
आगे शिवराज के हाल ही के बयान पर बोलते हुए कहा कि, सरकार ने सरकारी स्कूलों की शिक्षा गुणवत्ता बढ़ाने में नाकामयाब होने की बयानबाजी करना शुरू कर दिया है। जिस पर निशाना साधते हुए रविकांत गुप्ता ने कहा, कि प्रदेश सरकार मांग करे कि केंद्र सरकार शिक्षा अधिकार अधिनियम में आंशिक संशोधन लाते हुए 25% गरीब छात्रों को प्रायवेट शालाओं में भर्ती न कराके सरकारी स्कूलों में ही भर्ती करा अधिनियम में वर्णित नियम कायदों को अक्षरशः पालन करने की व्यवस्था के तहत् वर्षों से कार्यानुभवी और अप्रशिक्षित अतिथि शिक्षकों को नियमित करते हुए उन्हें सरकारी खर्चे में प्रशिक्षित कराने तथा प्रशिक्षितों को सीधा शिक्षक का दर्जा देने विचार करे।
बहुत कम समय में प्रदेश की सरकारी स्कूलों में उत्तम शिक्षा गुणवत्ता दिखाई देने लगेगी।इस संबंध में सरकार को सुझाव पत्र भी जल्द ही लिखा जायेगा। आगे बताया गया है, कि संकुल क्षेत्र में अतिथि शिक्षक जो काम से बाहर कर दिये गये हैं, सभी अपने परिवार के सदस्यों को साथ लेकर आगामी समय में भोपाल आंदोलन में संगठन के सिपाही की तरह तैयारी से जायेंगे।
नियमितीकरण के आदेश लेकर ही घर वापस होंगे। इसी तारतम्य में आज पूजा पार्क सीधी मे बैठक रखी गयी जिसमे भोपाल में 25 से 27 दिसम्बर तक तीन दिवसीय आंदोलन किया जा रहा है। जिसमें जिले के समस्त अतिथि शिक्षक शामिल होंगे। बताते चलें कि भाजपा सरकार अतिथि शिक्षकों का पिछले दस सालों से शोषण करती आ रही है। अतिथि शिक्षकों को बहुत कम वेतन दिया जा रहा है। जबकि अतिथि शिक्षकों ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षण कार्य करते हुए रिजल्ट में सुधार किया है। फिर भी सरकार इनका नियमितीकरण नहीं कर रही है। अतिथि शिक्षकों का सरकार से अनुरोध है कि सरकार हमें नियमित करे नहीं तो भाजपा के मिशन 2018 का खुलकर विरोध किया जाएगा। आज के बैठक मे प्रमुख रूप से शशांक द्विवेदी प्रियंका सिंह संध्या सिंह विनय उपाध्याय आदि उपस्थिति रहे।