इंदौर। क्या आप विश्वास कर सकते हैं कि कोई 5.6 फीट का युवक मात्र 3 फीट के नल से लटककर आत्महत्या कर ले और वो भी पुलिस थाने के भीतर। इंदौर एवं कनाड़िया थाने की पुलिस की मानें तो यही सही है। परिजनों का कहना है कि उसकी हत्या कर दी गई। यह पुलिस की थर्ड डिग्री टॉर्चर के दौरान हुआ, उसके बाद हड़बड़ी में पहले दरवाजे के एंगल से लटकाया लेकिन सवाल उठने के डर से आनन फानन उसे बाथरूम में ले जाकर नल से बांध दिया। मामले की ज्यूडिशियल जांच शुरू हो गई है।
एक पखवाड़े पहले कनाड़िया में जितेंद्र गोयल उर्फ जीतू का शव मिला था। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया था। शक के आधार पर पुलिस ने 20 वर्षीय सनी उर्फ डोबा अलावा (अलोनिया) निवासी शांतिनगर मूसाखेड़ी, रवि और निप्पी को पूछताछ के लिए थाने बुलाया। शाम 5 बजे पुलिसकर्मी सनी को अचेत हालत में रिंग रोड के मयूर अस्पताल ले गए, जहां मृत घोषित कर दिया गया।
कनाड़िया, खजराना, छोटी ग्वालटोली व महिला थाने के अधिकारी भी अस्पताल पहुंचे। सीएसपी गोपालसिंह धाकड़ ने बताया कि सनी को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। बैरक के अंदर उसने कंबल की चिंदियों से रस्सी बनाई। एएसपी मनोज राय का कहना है कि सनी को बाथरूम जाना था। महिला बैरक खाली थी। उसने वहां की बाथरूम में जाकर नल के जरिये फांसी लगा ली।
बाथरूम में कपड़े बदल रही थी, पुलिस घुस आई
सनी के परिवार में दिव्यांग पिता रमेश, चार बहनें पिंकी, बाबुल, काजल, मुस्कान और छोटा भाई अजय हैं। काजल ने बताया कि दो साल पहले मां बसंती की मौत हो गई। सनी पाटनीपुरा में अमृत के साथ चायनीज डिश बनाता था। दो दिन से पुलिस घर आ रही थी। सनी काम के सिलसिले में घर से बाहर था। पुलिस ने उसे पेश करने को कहा था। गुरुवार दोपहर दो पुलिसकर्मी जबरदस्ती घर में घुसे और बाथरूम का दरवाजा खोल दिया। तब वह कपड़े बदल रही थी। उनसे कहा कि इस तरह की अभद्रता मत करो लेकिन वे गालीगलौज करने लगे।
उनसे कहा कि भाई के आने के बाद उसे थाने ले आएंगे। दोपहर 2 बजे वह छोटी बहन मुस्कान के साथ सनी को लेकर कनाड़िया थाने पहुंची। वहां पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए बैठा लिया। शाम 5 बजे आजाद नगर थाने के दो पुलिसकर्मी आए। उन्होंने कहा कि तुम्हारा भाई सीरियस है। एमवाय अस्पताल ले गए हैं। वहां चले जाओ। एमवाय पहुंचे तो कोई नहीं मिला।
मृतक के शरीर पर चोट के निशान
संयोगितागंज टीआई मंजू यादव ने पता किया और पुलिस की गाड़ी में हमें मयूर अस्पताल लाए। यहां पता चला कि सनी की मौत हो गई लेकिन कैसे हुए यह नहीं बताया। लोगों से ही पता चला कि उसने फांसी लगा ली। किसी ने कहा बैरक के गेट पर लोहे के एंगल में फंदा कसा तो किसी ने बताया कि बाथरूम के नल से फांसी लगा ली। यह आत्महत्या नहीं, हत्या है। उसके मुंह, पैर व गर्दन पर चोट के निशान हैं।
अस्पताल पहुंची मजिस्ट्रेट
कनाड़िया थाने के लॉकअप को सील कर दिया गया है। न्यायिक जांच शुरू हो गई है। ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास कला भवरकर मयूर अस्पताल पहुंचीं। उन्होंने सनी के शव का परीक्षण किया। परिजन व पुलिस के बयान लिए। फोरेंसिक टीम ने शव के फोटो लिए।वीडियोग्राफी भी की गई।
इस तरह की आत्महत्या: पुलिस
पुलिस सूत्रों ने बताया कि बैरक के अंदर बाथरूम है, जिसमें ढाई से तीन फीट ऊंचा नल लगा है। सनी ने कंबल की चिंदियों से बनी रस्सी को नल में बांधा। दूसरे छोर से फंदा इस तरह बनाया कि उसकी गर्दन लटकती रहे। फिर फंदा कसा और पूरी तरह लेट कर गर्दन पर झटके देने लगा जिससे मौत हो गई। उसका धड़ तो जमीन पर पड़ा था लेकिन गर्दन और मुंह जमीन से थोड़े ऊपर लटके थे। कनाड़िया टीआई एमएल चौहान के मुताबिक मैं घटना के समय थाने में नहीं था। स्टाफ ने बताया सनी ने बाथरूम में फांसी लगा ली।