
सबसे ज्यादा समस्या रायसेन रोड स्थित कुछ कॉलेजों में आई। केंद्र पर मौजूद गार्ड्स ने 8 बजे गेट बंद कर परीक्षार्थियों को बाहर कर दिया। जबकि ये परीक्षार्थी केंद्र पर सुबह 7 बजे से पहले ही पहुंच चुके थे। प्रवेश को लेकर परीक्षार्थियों और सुरक्षा गार्ड के बीच बहस भी हुई। इस दाैरान परीक्षार्थियों ने हंगामा भी किया। साथ ही बोर्ड को लिखित शिकायत भी दर्ज कराई। दोपहर में 40 परीक्षार्थी शिकायत लेकर बोर्ड पहुंचे थे। हालांकि, बोर्ड अधिकारियों ने परीक्षार्थियों से ज्ञापन लेकर उन्हें बिना कोई आश्वासन दिए ही वापस भेज दिया।
बायोमेट्रिक तक भी पहुंचने का मौका नहीं मिला
परीक्षार्थियों ने बताया कि केंद्र पर समय से पहले पहुंचने के बावजूद उन्हें अंदर प्रवेश नहीं दिया गया। केंद्र के बाहर परीक्षार्थियों को कतार में खड़ा कराया गया। जैसे ही 8 बजे, गेट बंद कर दिया गया। इससे कतार में पीछे खड़े परीक्षार्थियों को बायोमेट्रिक मशीन तक भी पहुंचने का मौका नहीं मिल पाया। वहीं कुछ परीक्षार्थियों का आधार वेरीफिकेशन नहीं होने के कारण उन्हें परीक्षा से वंचित होना पड़ा। इनमें कई परीक्षार्थी रीवा, सतना, टीकमगढ़, होशंगाबाद सहित अन्य जिलों से आए थे।
पहले दिन के वंचितों में से सिर्फ 92 परीक्षा देने आए
पहले दिन 9 दिसंबर को पहली शिफ्ट में जो परीक्षार्थी तकनीकी कारण से परीक्षा नहीं दे पाए थे उनकी परीक्षा गुरुवार से शुरू हुई। मात्र 18 प्रतिशत ही परीक्षा देने पहुंचे। बोर्ड के अनुसार 9 दिसंबर को पहली शिफ्ट में 8,866 परीक्षार्थी परीक्षा नहीं दे पाए थे, उन्हें 21 से 29 दिसंबर तक दोबारा मौका दिया जा रहा है। गुरुवार को इनमें से 515 परीक्षार्थियों को शामिल होना था लेकिन मात्र 92 ने ही परीक्षा दी।