
मंत्री मंडाविया ने बताया कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने देश के भारी यातायात को नियंत्रित करने के लिए विश्व बैंक तकनीकी सहायता के अंतर्गत एक अध्ययन शुरु कराया है। इसके लिए देश के 75 मार्गो का चयन किया गया है। अध्ययन में पाया गया कि इन मार्गों पर बसों की तुलना में निजी वाहनों का उपयोग ज्यादा करते हैं।
ट्रांसपोर्ट कमिश्नर (मप्र) डॉ. शैलेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदेश में विभिन्न रूट पर डबल डेकर बस चलाने के लिए सर्वे हुआ है परंतु मध्यप्रदेश में राज्य परिवहन निगम बंद होने से इनके संचालन में समस्या आ सकती है। केंद्र सरकार की तरफ से बसें तो मिल जाएंगी परंतु सवाल यह है कि इंटरसिटी बसों का संचालन कौन करेगा।