भोपाल। मध्यप्रदेश के राज्य महिला आयोग में एक अजीब मामला सामने आया है। शिकायत की गई है कि आकाश इंस्टीट्यूट में एडमिशन कराने के बाद 10वीं की टॉपर छात्रा 11वीं की छमाही परीक्षा में फेल हो गई। शिकायतकर्ता बागमुगालिया निवासी बिजनेसमैन संदीप नाहर व लेक्चरर बिंदु नाहर हैं। मामला उनकी बेटी का है। शिकायत यह भी है कि कोचिंग से निकाल लिए जाने के बाद भी इंस्टीट्यूट वाले उनका एडवांस जमा पैसा वापस नहीं कर रहे हैं।
दरअसल, IIT-JEE की तैयारी के लिए नाहर दंपती ने अपनी बेटी का एमपी नगर स्थित आकाश कोचिंग संस्थान में दाखिला कराया था लेकिन कोचिंग जाने के बावजूद उनकी बेटी 11वीं की छमाही परीक्षा में फेल हो गई। माता-पिता का आरोप है कि कोचिंग संस्थान अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहा है। उन्होंने कोचिंग में 90 हजार रुपए फीस के रूप में जमा किए थे, लेकिन अब बेटी ने कोचिंग जाना बंद कर दिया है। बावजूद इसके उनके पैसे नहीं लौटाए जा रहे।
नाहर दंपती ने बताया कि उनकी बेटी 10 में 86 फीसदी अंक लाई थी और उसने जेईई एग्जाम की तैयारी करने की इच्छा जताई। इसलिए उन्होंने कोचिंग पढ़ने की सलाह दी। उन्होंने बेटी का दाखिला मई 2017 में एमपी नगर स्थित आकाश कोचिंग में कराया था। जब स्कूल में छमाही परीक्षा हुई तो उनकी बेटी फिजिक्स में फेल हो गई।