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मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी द्वारा राहुल गांधी पर कस गए तंज का जवाब देते हुए कहा था कि 'यह बहुत ही नीच आदमी है।' नरेंद्र मोदी ने इसमें से केवल 'नीच आदमी' निकाल लिया और अपने भाषणों में इसका उपयोग करने लगे। उन्होंने कई बार इसका उपयोग किया और इसके मायने समझाए, 'नीच जाति का आदमी' जबकि मणिशंकर अय्यर का तात्पर्य था 'घटिया इंसान।' मणिशंकर को शब्द के गलत चयन की कीमत चुकानी पड़ी और उन्हे कांग्रेस से सस्पेंड कर दिया गया।
पूरी उम्मीद थी कि नरेंद्र मोदी और उनकी टीम 'नीच आदमी' का भरपूर फायदा उठाएगी। आज गुजरात में दिए तमाम भाषणों में नरेंद्र मोदी ने इसका जिक्र भी किया परंतु इस बार मोदी अकेले रह गए। सोशल मीडिया पर एक्टिव भाजपा नेता वो धारदार हमला नहीं कर पाए जैसा उन्होंने 'चायवाला' के समय किए थे। कम से कम सोशल मीडिया पर तो 'नीच आदमी' ट्रेंड नहीं कर पाया।