सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। अपनी जायज मांगो को लेकर प्रदर्शन कर रही जिले की महिला आंगनवाडी कार्यकर्ताओ ने गुजरात में हुई भाजपा की जीत पर जिले के भाजपा कार्यालय मे खुशियो मना रहे भाजपाईयो का घेराव किया और उन पर चूडियां फेेेंककर भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसी बीच नगरपालिका अध्यक्ष अनिल धुवारे ने आंगनवाडी कार्यकर्ताओ पर अभद्र टिप्पणी करते हुए कहा कि आंगनवाडी कार्यकर्ताओ एवं सहायिकाओं का पति मर गया है, जो विधवा हो गई है और हम पर चूडियां फेंक रही है। सत्ता के पद पर मदमस्त नपाध्यक्ष अनिल धुवारे के द्वारा की गई इस टिप्पणी का आंगनवाडी कार्यकर्ताओं ने दु:ख जताया है और कहा कि नपाध्यक्ष हमारे प्रदर्शन पंडाल में आकर हम सबसे मांफी मांगे अन्यथा वो बख्से नही जायेंगे।
ज्ञात हो गुजरात में चुनाव रंगमंच इस कदर छाया था कि सबकी नजर वहीं टिकी हुई थी कि आखिर गुजरात में किसकी सरकार बैठेगी लेकिन समय उपरांत रिजल्ट सामने आया और भाजपा की जीत हुई। इधर गुजरात में भाजपा की जीत होने पर बालाघाट जिले के भाजपाईयो में खुशी की लहर छुटी और यंहा के भाजपा नेता एवं कार्यकर्ता जिले के भाजपा कार्यालय में उपस्थित होकर एक दूसरे को बधाई दे रहे थे कि इस दौरान ही विगत एक माह से अपनी मांगो को लेकर प्रदर्शन कर रही आंगनवाडी कार्यकर्ताओ ने अचानक भाजपा कार्यालय का घेराव कर दिया और भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
कहानी अभी यही खत्म नही हुई, गुजरात में भाजपा की जीत से आक्रोशित आंगनवाडी कार्यकर्ताओ एवं सहायिकाओ ने खुशियो में लिप्त भाजपाईयों पर चूडी फेंंकी और भाजपा के नेताओ को नामर्द का नाम दिया और चूडी पहनने को कहा। आंगनवाडी कार्यकर्ताओ द्वारा भाजपाईयों पर चूडी फेंकने पर मामला गरमा गया और इसी बीच भाजपाईयो एवं आंगनवाडी कार्यकर्ताओ के बीच जमकर कहासुनी भी हुई। जहां बालाघाट नपाध्यक्ष ने आंगनवाडी कार्यकर्ताओ एवं सहायिकाओ पर अभद्र टिप्पणी कर डाली और कहा कि इनका पति मर गया और ये विधवा हो गई है। जिस कारण ये चूडिया फेंक रही है।
पंडाल मेंं आकर माफी मांगे नपाध्यक्ष: योगिता कावडे
बालाघाट नपाध्यक्ष द्वारा की गई अभद्र टिप्पणी पर आंगनवाडी कार्यकर्ताओ एवं सहायिकाओ ने नाराजगी जताई है। संगठन की जिलाध्यक्ष योगिता कावडे ने प्रेस से कहा कि एक ओर प्रदेश का मुख्या नारियो का सम्मान कर रहा हैं और इधर उनकी ही पार्टी के नेता जिले की अपनी बहनों का अपमान करते हुए उन पर अभद्र टिप्पणी कर रहे हैं। हमारी मांग है कि इस बर्ताव पर नपाध्यक्ष एक दिन के अंदर हमारे पंडाल में आकर हमारी आंगनवाडी कार्यकर्ताओ एवं सहायिका बहनो से माफी मांगे अन्यथा हम नगरपालिका का घेराव कर नपाध्यक्ष के खिलाफ पुलिस में शिकायत कर देगें। यदि हमारी शिकायत पर पुलिस कोई कार्यवाही नही करेगी तो हम कोतवाली थाने का भी घेराव कर चकाजाम कर देगें और उसके बाद कोई सुनवाई नही होगी।
एक तरफ मप्र के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह महिलाओं के हाथों भोपाल में सम्मानित हो रहे है,वही दूसरी और विगत 45 दिनों से आंगनवाड़ी एवम सहायिका बहनें अपनी जायज मांगो को लेकर रोड पर भूखे प्यासे और कड़कड़ाती ठंड में बैठकर आमरण अनशन/ भूख हड़ताल कर रही है,ऐसे में हमारे मामा श्री को का ध्यान अपनी भांजियों की और अभी तक क्यो नही जा रहा है,सोचनीय सवाल है ? म0प्र के मुख्यमंत्री जी को चाहिए कि तत्काल आंगनवाड़ी बहेनो की मांगों पर ध्यान देते हुए उनकी समस्या का निराकरण करे। ताकि उनका मामा का रिश्ता अपनी बहनों के साथ बना रहे, अन्यथा आगामी चुनाव में यही भांजिया मामा की सत्ता के अंत का कारण बन सकती हैै।