भोपाल। पोहा को चमकदार सफेद बनाने के लिए केमिकल पॉलिस के बाद अब ब्रांडेड आटे में भी केमिकल की मिलावट का मामला सामने आया है। केमिकल युक्त आटा दिखने में अच्छा और सफेद दिखता है। इसमें कीड़े नहीं पड़ते और इसकी रोटियां भी फटाक से फूल जातीं हैं परंतु जब यह रोटियां पेट में जातीं हैं तो केमिकल पेट की आतों से चिपक जाता है और नष्ट नहीं होता बल्कि पेट की पाचन प्रक्रिया को नष्ट करने लगता है। मध्यप्रदेश के जबलपुर में खाद्य विभाग ने ऐसी ही शिकायतों पर कुछ पैकेट बंद आटों के सेंपल जमा किए हैं।
पैक बंद प्रतिष्ठित कंपनियों के आटे में मिलावट के मामलों की शिकायत लोग कर रहे हैं। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग में संभागीय अधिकारी देविका सोनवानी ने शिकायत मिलने पर मिलौनीगंज के यश ट्रेडर्स की दुकान में छापा मारकर पैक आटे का सैंपल जब्त किया। इसके अलावा पोहे में भी पॉलिश करने की शिकायत मिलने पर इसका भी सैंपल जब्त किया।
पेट की बीमारी और कैंसर भी हो सकता है
मिलावटी आटा आंतों में चिपकता है। वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. अजय तिवारी के अनुसार इससे पेट की बीमारी हो सकती है। आटे में केमिकल मिलाने से वह रबर जैसा हो जाता है। इससे बचाव जरूरी है। इससे बंद पैक आटा लेने के पहले पड़ताल कर लें इसके बाद ही खरीदें।
हम जांच कर रहे हैं
आटे के बंद पैकेट्स में मिलावट की शिकायत मिली है। अन्य लोकल कंपनियों के अलावा आशीर्वाद आटे के बंद पैकेट में शिकायत आई है। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया में चल रहा है। इसकी भी जांच की जाएगी।
देविका सोनवानी, संभागीय अधिकारी
कैसे पता करें केमिकल की मिलावट
जब आप आटे में पानी मिलाते हैं तो यह रबर की तरह बन जाता है। आसानी से टूटता नहीं है। थोड़ा प्रेशर लगाना होता है। इस प्रक्रिया के तहत आप तभी आटो में केमिकल की पकड़ कर सकते हैं जब आपको बिना केमिकल वाले आटे को गूंथने की आदत हो। केमिकल युक्त आटा थोड़ा ज्यादा राहत देने वाला और आनंददायक होता है।