
पत्रकार निश्चय बोनिया की रिपोर्ट के अनुसार गड़बड़ी का खुलासा हाल ही में तब हुआ जब सीबीआई ने विवि से वर्ष 2012 की परीक्षाओं का रिकॉर्ड मांगा। सीबीआई ने तीन छात्रों के आवेदन और कॉपियों की भी जानकारी तलब की है। साथ ही फाइल और काउंटर फाइल का भी रिकॉर्ड मांगा है। सीबीआई के रिकॉर्ड मांगने के बाद विवि की परेशानियां बढ़ गई हैं। विवि के अधिकारियों ने जब इन छात्रों का रिकॉर्ड खोजना शुरू किया तो उन्हें इन मामलों से जुडे मूल दस्तावेज ही नहीं मिल रहे।
टीआर में बार-बार संशोधन
विवि में टेबुलेशन रजिस्टर में भी छेड़छाड़ की बात सामने आई है। जांच में पता चला है कि टेबुलेशन रजिस्टर में पांच से छह बार संशोधन हुआ है, जबकि इसमें किसी भी प्रकार का संशोधन नहीं किया जाता है। अगर करना भी होता है तो एक कमेटी बनती है जो इसकी मंजूरी देती है।
सीबीआई ने 2012 की परीक्षाओं का रिकॉर्ड मांगा है। विवि सीबीआई को मांगी गई जानकारी उपलब्ध करा रहा है। जो भी रिकॉर्ड मौजूद होगा उसे सीबीआई को दिया जाएगा। कुछ गड़बड़ी होना सामने आती है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. आरआर कन्हेरे, कुलपति भोज (मुक्त) विवि