बिलासपुर/पेंड्रा। छत्तीसगढ़ की रमन सिंह सरकार पर सवाल उठाता फोटो वायरल हो रहा है। यह फोटो छत्तीसगढ़ की चिकित्सा सेवाओं और संवेदनशीलता की पोल खोलता है। एक वृद्ध मां अपनी 25 साल की बेटी को गोद में लिए जा रही है। बेटी बीमार है। अस्पताल में इलाज नहीं मिला इसलिए झाड़फूंक के लिए गई थी। गरीबों की जिंदगी बदलने का दावा करने वाली सरकार के लिए इससे ज्यादा शर्मसार करने वाली बात क्या होगी कि एक वृद्ध महिला की बेटी का इलाज नहीं किया गया और उसे बीमारी की हालत में तांत्रिक के पास जाने दिया गया।
दरअसल गिरारी गांव के रज्जूटोला में रहने वाली 60 साल की बुजुर्ग महिला की 25 साल की शादीशुदा बेटी कई दिनों से बीमार थी। लिहाजा बुजुर्ग महिला बेटी का इलाज करवाने के लिए उसे गौरेला के सरकारी अस्पताल में लाई थी। कई दिनों अस्पताल में भर्ती रहने पर युवती की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। इसके बाद बुजुर्ग मां अपनी बेटी को झाड़फूंक करवाने के लिए ले गई लेकिन यहां से लौटने के दौरान महिला और उसकी बेटी को ऑटो वालों ने बैठाने से इंकार कर दिया। महिला काफी देर तक घर लौटने के लिए साधन का इंतजार करती रही।
मीडियाकर्मियों ने की मदद
लेकिन जब किसी ने भी मदद नहीं की तो मजबूर बुजुर्ग मां ने अपनी 25 साल की बीमार बेटी को गोद में बैठाकर घर की तरफ बढ़ना शुरु कर दिया। इस दौरान कई लोगों की निगाह महिला और उसकी बेटी पर पड़ी लेकिन कोई भी उनकी मदद के लिए आगे नहीं आया ऐसे में स्थानीय मीडियाकर्मियों ने बुजुर्ग मां और उसकी बेटी को मदद की और उसे उसके गंतव्य तक पहुंचाया। बता दें कि छत्तीसगढ़ में सरकार की ऐसी कोई सुविधा लोगों को पता ही नहीं है जो इस तरह की परेशानियों में नागरिकों की मदद करती हो।