भोपाल। सीएम शिवराज सिंह चौहान पूरी तरह से चुनावी मोड में हैं। दलित वोटर्स को लुभाने के लिए उन्होंने मप्र हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ प्रमोशन में आरक्षण को जारी रखने का ना केवल फैसला किया बल्कि 'माई का लाल' जैसा भड़काऊ बयान भी दिया। SHIVRAJ SINGH के इसी बयान से पैदा हुए सामान्य पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक वर्ग अधिकारी कर्मचारी संस्था (सपाक्स) को अब मनाने की तैयारियां शुरू हो गईं हैं। खबर है कि सीएम जल्द ही SPAKS से मिलेंगे और बीच का रास्ता निकाला जाएगा।
संकट मोचक मिश्रा हैं मध्यस्थ
पदोन्नति में आरक्षण के खिलाफ तहसील और जिला स्तर पर लगातार आंदोलन कर रहे सामान्य पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक वर्ग अधिकारी कर्मचारी संस्था (सपाक्स) के साथ मुख्यमंत्री जल्द ही बैठक कर सकते हैं। शिवराज सिंह सरकार के संकट मोचक मंत्री नरोत्तम मिश्रा इसकी मध्यस्थता कर रहे हैं। करीब दस दिन पहले जनसंपर्क मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा की अगुवाई में संस्था के संस्थापक मंडल में शामिल डॉ. अजय कुमार जैन सहित अन्य पदाधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री निवास में मुलाकात प्रस्तावित थी, लेकिन किन्हीं कारणों से नहीं हो सकी। कहा जा रहा है कि जल्द ही यह बैठक आयोजित होगी।
रोजगार सहायकों से नाराजगी
सूत्रों का कहना है कि रोजगार सहायकों ने भोपाल में एकत्र होकर जो प्रदर्शन किया था, उससे सरकार में नाराजगी बढ़ गई है। पंचायत सचिवों के आंदोलन के वक्त पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव राधेश्याम जुलानिया ने रोजगार सहायकों को न सिर्फ सहायक पंचायत सचिव घोषित कर दिया था, बल्कि मानदेय में भी बढ़ोतरी की थी। इसके बावजूद ये आंदोलन के लिए राजधानी भोपाल तक पहुंच गए। सीएम शिवराज सिंह इससे नाराज हैं।